ऐसे तो मुश्किल से 15 दिन में 30 हजार मजदूर वापस आ पायेगें बिहार
सिटी पोस्ट लाइव : लॉक डाउन के बीच राज्यों के अनुरोध पर केंद्र सरकार की तरफ से शुक्रवार से अलग-अलग राज्यों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की शुरुवात कर दी गई है.यूपी, बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों के प्रवासी मजदूर ट्रेन के माध्यम से अपने अपने राज्य में पहुँचने लगे हैं.आज जयपुर से लगभग 1200 लोगों को लेकर स्पेशल ट्रेन पटना के दानापुर पहुँच चुकी है.
जानकारी के मुताबिक केरल में फंसे बिहार के लोगों के लिए केरल के एर्नाकुलम और तिरुर से आज दोनों ट्रेने बिहार के लिए खुलेंगी. खबर के मुताबिक केरल के एर्नाकुलम से दानापुर के लिए आज शाम 6 बजे ट्रेन खुलेगी जबकि तिरूर से 5.30 बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन खुलेगी. ये दोनों ट्रेनें दानापुर स्टेशन पर पहुंचेंगी.लॉकडाउन में बाहर से आने वाले लोगों की दानापुर में स्क्रीनिंग होगी. उसके बाद उन्होंने बसों के जरिए संबंधित जिलों में भेज जाएगा. साथ ही बाहर से आए लोगों को उनके ब्लॉक में 21 दिनों तक क्वारेंटाइन किया जाएगा.
लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर इस तरह से एक दो विशेष ट्रेनों की मदद से कितने बिहारी मजदूर वापस आ पायेगें.एक ट्रेन में मुश्किल से एक हजार से बारह सौ लोग आ रहे हैं.शनिवार को एक ट्रेन बिहार पहुंची और रविवार को दो ट्रेनें बिहार पहुंचेगीं.अगर इसी तरह से रोज दो ट्रेन के जरिये मजदूरों को वापस लाने का काम चलता रहा तो मुश्किल से अगले पंद्रह दिनों में तीस हजार से मजदूर आ पायेगें.जाहिर है 27 लाख प्रवासी मजदूरों की घर वापसी असंभव है.
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