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शराबबंदी : यूथ ब्रिगेड बना शराब माफिया और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के लिए आतंक

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शराबबंदी : यूथ ब्रिगेड बना शराब माफिया और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के लिए आतंक

सिटी पोस्ट लाइव :” नशामुक्त हो बिहार….शराब माफिया होश में आओ “ अब BMP का यह नारा पुरे बिहार में गूंजने  लगा है. इस नारे का असर भी दिखने लगा है.BMP के डीजी गुप्तेश्वर पाण्डेय द्वारा शराबबंदी को लेकर चलाया जा रहा जन-जागरण अभियान अब रंग दिखाने लगा है. इस अभियान के तहत BMP द्वारा अबतक 500 से ज्यादा जन-सभाएं की जा चुकी हैं. इनमे से 200 जन जागरण सभाओं में खुद BMP के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय शामिल हो चुके हैं. सबसे खास बात इस अभियान से बुजुर्ग-युवा और महिलायें हजारों की तादाद में जुड़ चुके हैं.अब आम जनता शराब कारोबारियों के साथ साथ उनसे मिलीभगत करनेवाले पुलिसकर्मियों पर भी नजर रख रही है. शराब माफिया के साथ गलबहिया कर रहे पुलिसवाले सरकार की नजर से अबतक बाख जाते थे. लेकिन आम जनता के शराब के खिलाफ अभियान छेड़ देने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई है.

पिछले कुछ दिनों के शराब वरमदगी के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि शराब की खेप की वरमदगी में अप्रत्याशित कमी आई है.इसका मतलब ये नहीं कि शराब तस्करी के खिलाफ पुलिसिया कारवाई ठंडी पद गई है बल्कि जन-जागरण अभियान की वजह से जनता के बीच बड़ी जागरूकता और उसकी सक्रियता से शराब माफिया सहम गए हैं. उन्हें मदद करने वाले पुलिसकर्मियों ने हाथ खड़े कर लिए हैं.BMP के डीजी गुप्तेश्वर पाण्डेय अपने जागरूकता अभियान के दौरान यूथ ब्रिगेड तैयार कर रहे हैं. सभी जिलों में 100 से ज्यादा यूथ का उनका यूथ ब्रिगेड तैयार हो चूका है. इस यूथ ब्रिगेड की सक्रियता से शराब माफिया और उनसे तालमेल करनेवाले पुलिसकर्मी दहशत में हैं.

अब यूथ ब्रिगेड के नौजवान शराब तस्करी के खिलाफ खुद मुहीम चला रहे हैं. शराब तस्करों के साथ साथ वो शराब माफिया के साथ तालमेल रखनेवाले पुलिसकर्मियों की घेराबंदी भी करने लगे हैं. शराब तस्करी की सूचना अब सीधे BMP के डीजी गुप्तेश्वर पाण्डेय के साथ साथ ईमानदार पुलिस अधिकारियों तक पहुँचने लगी है. महिलायें शराब माफिया के खिलाफ आक्रामक तेवर अपना चुकी हैं. वो खुद शराब ठेकों पर धावा बोल कर शराब को नष्ट कर रही हैं.शराब की अवैध तस्करी में शामिल और शराब तस्करों के साथ दोस्ती निभाने वाले एक दर्जन से ज्यादा थानेदार नप चुके हैं.

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