अब ‘शराबबंदी’ बन चूका है हर बिहारी का अभियान, यूथ ब्रिगेड की निगरानी में पुलिसवाले
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी का असर अब बिहार में दिखने लगा है. डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के द्वारा चलाये जा रहे “ निशामुक्ति अभियान”के ज़रिये अब राज्य के बूढ़े-बुजुर्ग नौजवान और महिलायें मुख्यमंत्री के इस अभियान को सफल बनाने में जुट गए हैं. बीएमपी के पूर्व डीजीपी व् पुलिस अकादमी के डीजी गुप्तेश्वर पाण्डेय अबतक बिहार में सैकड़ों सभाएं कर चुके हैं. बीएमपी के अधिकारी उनके नेत्रित्व और निर्देशन में 500 से ज्यादा सभाएं कर चुके हैं.अब लोगों को भी शराबबंदी का फायदा दिखने लगा है. जिन घरों में शराब ने तबाही मचा रखी थी, आज वहां फिर से खुशहाली लौट चुकी है.
“नशामुक्त हो बिहार के नारे बिहार के कोने कोने में गूंज रहा है. ये नारा आज हर किसी की जुबान पर है. पहले तो पुलिसवालों के ऊपर ही शराबबंदी को सफल बनाने की जिम्मेवारी थी. लेकिन जन-जागरूकता अभियान की वजह से अब यह हर बिहारी का अभियान बन चूका है.आज हर कोई शराबबंदी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दे रहा है.बिहार पुलिस संघ के अध्यक्ष मृतुन्जय कुमार सिंह का कहना है कि शराबबंदी से सबसे ज्यादा फायदा पुलिसवालों को हुआ है. पहले पुलिसकर्मियों की आधी सैलरी शराब में चली जाती थी. लेकिन अब शराब में जानेवाला पैसा उनके परिवार और बच्चों के बेहतर शिक्षा –स्वास्थ्य पर खर्च हो रहा है. मृतुन्जय सिंह के अनुसार एक दो पुलिसवाले शराब के कारोबार में शामिल हो सकते हैं. लेकिन 99 फिसद पुलिसकर्मी शराबबंदी को सफल बनाने में जुटे हैं.
‘नशामुक्त हो बिहार जन जागरूकता अभियान के तहत हर जिले में डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय यूथ ब्रिगेड का गठन कर चुके हैं. इस यूथ ब्रिगेड में शामिल हजारों नौजवान अब शराबबंदी को सफल बनाने में पुलिस का सहयोग कर रहे हैं. यूथ ब्रिगेड शराब के अवैध कारोबार में शामिल पुलिसवालों पर भी नजर रख रहा है. शराब माफिया से मिलकर अवैध शराब के कारोबार को बढ़ावा देनेवाले पुलिस अधिकारियों की नाक में यूथ ब्रिगेड ने दम कर रखा है. शराब के अवैध कारोबार के खिलाड़ ईमानदारी से काम नहीं करनेवाले और शराब माफिया से मिलीभगत रखने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ यूथ ब्रिगेड मोर्चा खोल दे रहा है.
‘नशामुक्त हो बिहार ‘ का नारा हर शहर-हर गावं में गूंज रहा है. अब पुलिस अधिकारी भी सावधान हो गए हैं.पुलिस अधिकारी थानेदारों के साथ बैठक कर कहाँ कहाँ शराब बिक्री पर रोक लगाने के लिए शहरी एवं ग्रामीणों क्षेत्रों में लगातार गश्ती टीम तैनात कर रहे हैं.थानेदारों शराब को लेकर टास्क दिया जा रहा है. सभी थानेदार ईमानदारी पूर्वक ड्यूटी करें और शराब बिक्री पर नकेल कसे, ये सुनिश्चित अब यूथ ब्रिगेड कर रहा है.डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय कहते हैं-‘ ये सरकार का या उनका अभियान नहीं है. नीतीश कुमार ने शराबबंदी का ऐतिहासिक फैसला लिया है, इसे सफल बनाना हर बिहारी का पावन कर्तव्य है.
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