जाको राखे साइयां, मार सके न कोई, चाकुओं से 40 बार गोदा गया, लेकिन बच गई महिला
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्वी चंपारण से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. तीन युवको ने मिलकर एक दलित महिला के अंग-अंग में चाक़ू गोदकर मारकर बुरी तरह से जख्मी कर दिया. और मरा हुआ समझ कर फेंक दिया. लेकिन सच ही कहा गया है कि, जिसका ऊपर वाला रखवाला हो. उसे कोई नहीं मार सकता. जख्मी महिला का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.जहाँ वह कभी-कभी होश आने पर कुछ-कुछ बता रही है.
मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण जिला के शिकारगंज थाना क्षेत्र स्थित सिरौना गाँव के रहने वाले मुकेश राम की पत्नी पिंकी देवी बीते गुरूवार की रात बिल्ली की आवाज सुनकर अपने कमरे से बाहर आई. जिसके बाद वहां पहले से मौजूद तीनो युवको ने उसका मुंह दबाया और उसे उठाकर ले गए. उसके बाद उसके शरीर पर चाक़ू से ताबड़-तोड़ हमला कर उसके पुरे शरीर को जख्म से भर दिया. पिंकी देवी को मरा हुआ समझकर तीनो युवक फरार हो गए और बेहोश पिंकी घर से कुछ दुरी पर पड़ी रही. उसकी जेठानी जब उठी तो उसका कमरा खुला देखकर उसे पुकारा तो वह नहीं मिली. जिसके बाद उसकी खोजबीन शुरू हुई .
खोजबीन के दौरान घर से थोड़ी दूर पर वह खून से लथ-पथ बेहोशी की हालत में मिली. जिसके बाद आनन- फानन में घरवालों ने उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.जहाँ उसकी गंभीर स्थिति देख हल्का ईलाज कर चिकित्सकों ने मोतिहारी सदर अस्पताल रेफर कर दिया. फ़िलहाल महिला का इलाज़ अस्पताल में चल रहा है.गरीब और लाचार होने के कारण उसने थाना में डर के मारे प्राथमिकी दर्ज नहीं कराया है.हालांकि,सदर अस्पताल में मौजूद पुलिस कैम्प प्रभारी को पत्रकारों ने जानकारी देकर पीड़ित पक्ष से आवेदन लेने की बात कही जिसके बाद पुलिस कैम्प प्रभारी सक्रीय हुए.
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