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सहरसा के दो भाइयों को हाजीपुर में गोलियों से किया छलनी, एक की मौत, दूसरे की स्थिति नाजुक

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सहरसा के दो भाइयों को हाजीपुर में गोलियों से किया छलनी, एक की मौत, दूसरे की स्थिति नाजुक

सिटी पोस्ट लाइव : महिला कॉलेज हाजीपुर में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत और आईडीअल केमिस्ट्री कोचिंग के संचालक अनिल कुमार और उनके चचेरे भाई अंगद कुमार को हाजीपुर स्टेशन के बाहर अज्ञात अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर के गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया। इस गोलीबाड़ी में,अंगद की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी जबकि प्रोफेसर अनिल कुमार को स्थानीय लोगों ने पीएमसीएच में भर्ती कराया है, जहां उनकी स्थिति नाजुक है। घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के मुताबिक 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व के मौके पर दोनों भाई अपने गाँव सहरसा जिले के सौरबजार प्रखंड के कैवलासी आये थे। पर्व मनाकर प्रोफेसर अनिल कुमार अपने चचेरे भाई अंगद के साथ मंगलवार की रात्रि 11:00 बजे सहरसा से जनहित ट्रेन से अपने कार्यस्थल हाजीपुर जा रहे थे। हाजीपुर स्टेशन पर बुधवार की सुबह 5:00 बजे पहुँचने के बाद जैसे ही स्टेशन से अपने भरई मोहल्ला स्थित आवास पर जाने के लिये बाहर निकले की पूर्व से घात लगाये आज्ञात अपराधियों ने दोनों भाईयों पर ताबड़तोड़ फाईरिंग शुरू कर दी, जिसमें पाँच गोली इंटर के छात्र अंगद कुमार को लगी और तीन गोली प्रोफेसर अनिल कुमार को लगी।

अंगद की मौत मौके पर ही हो गयी और प्रोफेसर अनिल कुमार गंभीर रुप से घायल हो गए। घटना को अंजाम देकर अपराधी वहाँ से नौ दो ग्यारह हो गए। जब आस-पास के लोगों ने घायल अवस्था में चीखने-चिल्लाने की अवाज सुनी तो उनलोगों ने तुरन्त पुलिस को सूचना दी। पुलिस तुरन्त मौके पर पहुंची और जख्मी प्रोफेसर को पीएचसीएच में भर्ती कराया गया। इधर अंगद के शव को पुलिस अपने कब्जे में लेकर परिजनों को फोन कर इसकी जानकारी दी। प्रोफेसर अनिल कुमार सात वर्ष पुर्व से हाजीपुर के भरई मोहल्ला में किराये के रुम लेकर अपने चचेरे भाई 18 वर्षिय अंगद कुमार व 14 वर्षिय सुपलेश कुमार को अपने पास रखकर अपने कोचिंग में पढ़ाते थे। वे महिला कॉलेज हाजीपुर में प्रोफेसर के पद पर भी पदस्थापित भी थे। मृतक इंटर के छात्र अंगद कुमार दो भाईयों में बड़ा था ।छोटा भाई 14 वर्षीय सुवलेश कुमार दसवीं कक्षा का छात्र है।

मृतक अंगद कुमार के पिता अशोक यादव एक मामूली किसान हैं और खेती-बारी कर के बेटा को पढ़ा कर ऑफिसर बनाना चाहते थे। उनका सपना अधुरा रह गया। घायल प्रोफेसर अनिल कुमार की शादी पाँच वर्ष पुर्व सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के खजुरी मटिहानी निवासी बुधन यादव की पुत्री शोभा देवी से हुई है जिन्हें दो पुत्र हैं। पत्नी और दोनों बच्चे गांव में ही रहते हैं। मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा सा पसरा हुआ है। मौके पर मौजूद समिति प्रतिनिधि लड्डू कुमार यादव व समाज सेवी पंकज पासवान ने कहा की यह घटना बहुत ही निंदनीय है। अशोक यादव खून-पसीना एक कर खेती कर के बेटे को पढ़ाकर ऑफिसर बनाने का सपना संजोये थे। इनलोगों ने कहा कि सरकार से हम मांग करते है कि इस घटना को अंजाम देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

मृतक के परिजनों को चार लाख मुवावजा सहित परिवार में एक सरकारी नौकरी दी जाए। घायल प्रोफेसर अनिल कुमार को बेहतर उपचार की व्यवस्था कर स्वस्थ हालत में परिवार के बीच भेजा जाय। घटना की सूचना के बाद परिजन हाजीपुर पहुंच गए। पुलिस ने अंगद के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना के स्पष्ट कारण का पता नहीं चल रहा है। वैसे लूटपाट की नीयत से भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा सकता है। वैसे पुलिस मामले की गम्भीरता से तफ्तीश कर रही है और बहुत जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। सहरसा के लोग ना तो सहरसा में सुरक्षित हैं और ना ही बाहर। आखिर सहरसा के लोग करें तो करें क्या?

सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट

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