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आर्थिक तंगी से परेशान दुकानदार ने सड़क पर लगा ली फांसी, जानिये क्या है पूरा मामला

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सिटी पोस्ट लाइव : ढाई महीने से चल रहे लॉक डाउन ने गरीबों को मरने के लिए मजबूर कर दिया है. लोगों के सामने रोजी रोटी को समस्या पैदा हो गई है. बिहार के गया जिले से आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक दुकानदार द्वारा  बीच सड़क पर  फांसी लगाकर खुदकुशी (Suicide) कर लिए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस के अनुसार बोधगया थाना के पचहट्टी इलाके में शुक्रवार की सुबह जब शव लोगों ने फंदे से लटकते हुए देखा तो घटना की सूचना पुलिस को दी. क्रेन के सहारे मृतक के शव को नीचे उतारा गया. अब पुलिस शव को कब्जे में लेकर छानबीन में जुटी है.

मृतक बोधगया मठ के दुकान में कई सालों से दुकानदारी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था. आरोप है कि हाल के दिनों में मठ के द्वारा उसपर दुकान खाली कराने का दबाव बनाया जा रहा था और इसकी वजह से वह मानसिक रूप से परेशान था. मृतक मो रफीक की लॉकडाउन के कारण आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो गयी थी. बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत के अनुसार बोधगया मठ में आये नये स्वामी ओम भारती के द्वारा इन्हें दुकान खाली कराये जाने के लेकर काफी दबाव बनाया जा रहा था.विधायक का कहना है कि कई बार दुकान में ताला लगा दिया गया था. पुलिस को हस्तक्षेप भी करना पड़ा था. लॉकडाउन और मठ के नये महंत द्वारा प्रताड़ित किये जाने से वह काफी परेशान चल रहा था. आखिरकार जिंदगी से तंग आकार  उसने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.

बोधगया मठ के स्वामी ओम भारती ईन सारे आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं.उन्होंने कहा कि खुदकुशी की घटना से वे काफी दुखी हैं.लेकिन उनके ऊपर लगाया जा रहा आरोप सरासर गलत है. उनलोगों ने बोधगया मठ के दुकान पर अवैध रूप से कब्जा जमाये 4 लोगों को खाली कराने के लिए थाना में आवेदन दिया है क्योंकि कई लोग अवैध रूप से मठ के जमीन और दुकान पर कब्जा जमाये हैं .ओम भारती का कहना है कि कई लोगों ने मठ से दुकान लेकर दूसरे को भाड़ा पर लगा दिया है. ऐसे 40 से 45 बिचैलिये को हटाने के लिए मठ प्रयास कर रहा है.

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