सिटी पोस्ट लाइव: बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सरकार और प्रशासन पूरी तरह से सख़्त है. लेकिन, एक पंचायत के मुखिया जी का आचार संहिता में एक अनोखा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. बिहार के एक मुखिया जी का ऐसा प्रचार-प्रसार करना या फिर आम मतदाताओं को रिझाने का यह तरीक़े बहुत ही अजूबा है. पहले ऐसा भी होता था कि प्रत्याशियों के द्वारा शराब साड़ी और पैसे बांट कर मतदाताओं को प्रोलभन देकर बहुमूल्य वोट ले लिया जाता था.
लेकिन, जब से सरकार और प्रशासन अलर्ट हुई है, तब से प्रत्याशियों को रुपये, शराब और साड़ी बांटना बंद हो गया है. एक मुखिया जी रूपए, शराब और साड़ी तो नही बांट रहे हैं, लेकिन बार-बालाओं से नाच करवा कर मतदाताओं को लुभाने के काम किया है. दरअसल, मामला मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखण्ड स्थित गंगौर पंचायत से सामने आया है जहां, के मुखिया जी शिवचंद्र मिश्रा इन दिनों अपने पंचायत के आम मतदाताओं को रिझाने के लिये एक नया तरक़ीब सोचा है.
जो कि अपने पंचायत में विश्वकर्मा पूजा के बहाने बार-बालाओं से नचवाया और ख़ुद का बैनर पोस्टर लगवा कर आचार संहिता का उल्लंघन भी किया है. स्टेज पर ही बैनरों में मुखिया जी का फ़ोटो दिख रहा है. जिससे लगता है कि गंगौर पंचायत के निवर्तमान मुखिया जी यह नया तरक़ीब सोचा है प्रचार प्रसार करने के लिये जो पूरी तरह से अद्भुत और अनोखा है. लेक़िन अब सवाल यह है कि पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग भी सख़्त है.
फिर भी बार बालाओं को नाचवाना, कहीं न कहीं चुनाव आयोग और प्रशासनिक अधिकारियों को चुनौतियां देने के बराबर है. उधर, गंगौर पंचायत के मुखिया जी शिवचंद्र मिश्रा का यह अनोखा प्रचार प्रसार सोशल मीडिया में खूब तेज़ी से वायरल हो रहा है. ऐसे में अब देखना अहम होगा कि सोशल मीडिया और मीडिया में खबर आने के बाद चुनाव आयोग और प्रशासनिक अधिकारी क्या करवाई करती है.
मधुबनी से आलोक कुमार की रिपोर्ट