सिटी पोस्ट लाइव : बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में प्रश्न पत्र वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आई. इस मामले में जमुई के तीन बैंककर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. अब यह परीक्षा दुबारा आठ मार्च को होगी. बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच कराई गई. इसमें पता चला कि सामाजिक विज्ञान की प्रथम पाली की परीक्षा के क्रम में 111-0470581 क्रमांक का प्रश्न पत्र जमुई जिले के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की झाझा शाखा से लीक हुआ है.
प्रारंभिक जांच में एसबीआई झाझा के संविदा कर्मी विकास कुमार की संलिप्तता पायी गई. साथ ही बैंक के तीन अन्य कर्मी शशिकांत चौधरी, अजीत कुमार और अमित कुमार सिंह की लापरवाही सामने आई. इस पर विकास कुमार, अजीत कुमार व शशिकांत चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि विकास कुमार का संबंधी मैट्रिक परीक्षा दे रहा है. विकास ने परीक्षा शुरू होने से पहले अपने एक संबंधी को वाट्सएप पर प्रश्नपत्र भेजा था। इसके अलावा विकास ने प्रश्नपत्र किसको भेजा, इसकी भी जांच की जा रही है।
बता दें प्रथम पाली में आठ लाख 46 हजार 504 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद बिहार बोर्ड ने यह कार्रवाई की है. जाहिर है इसे लेकर तेजस्वी यादव ने मामले को सदन में उठाया तो मुख्यमंत्री ने बिहार बोर्ड को फटकार लगाईं. फटकार के बाद पेपर लीक मामले में बिहार बोर्ड ने पेपर लीक मामले में बड़ा फैसला लिया है. बोर्ड ने पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी है. वहीं आज परीक्षा कैंसल होने के बाद परीक्षार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा है. आक्रोशित छात्रों आमलोगों की गाड़ियों को निशाना बनाया है. एसके पूरी थाना क्षेत्र में छात्रों के इस हमले के बाद भगदड़ मच गई है.
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