सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार के स्कूलों में बच्चों की छुट्टी है . शिक्षकों की उपस्थिति को भी पचास फीसदी कर दिया गया है. स्कूल में छुट्टी का फायदा उठाकर शिक्षक शराब पार्टी का आयोजन कर रहे हैं.नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के साम्बे गांव में नीतीश सरकार की शराबंदी (Bihar Liquor Ban) को उनके सराकारी मुलाजिम ही पलीता लगाते नजर आये.इस सरकारी स्कूल के ही हेडमास्टर ने अपने सहयोगियों की मदद से मयखाना बना दिया और जाम छलकाने लगे. स्कूल में शराब पीने (Liquor Party In School) के मामले में तीन शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें स्कूल के प्रधानाध्यापक भी शामिल हैं.
गांव के मध्य विद्यालय में हेडमास्टर अपने सहयोगियों के साथ शराब पी रहे थे. इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी मिली. पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की. एसडीपीओ ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि स्कूल में शराब पार्टी आयोजित की जा रही है, जिसमें स्कूल के शिक्षक भी शामिल हैं. इसके बाद उनके निर्देश में एक टीम का गठन किया गया जिसमें वारिसलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर पवन की देखरेख में छपेमारी की गयी. छपेमारी के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस अभिरक्षा में तीनों को वारिसलीगंज पीएचसी जांच के लिए ले जाया गया, जहां जांच उपकरण खराब रहने के कारण जांच के लिए पकरीबरावां लाया गया. पकरीबरावां में जांच के दौरान प्रधानाध्यापक सुनील कुमार सिंह एवं प्रमोद कुमार सिंह के शराब पीने की पुष्टि होने पर वारिसलीगंज पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया. एक शिक्षक रजनीश कुमार के शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई जिसके बाद उन्हें मुक्त कर दिया गया.इस मामले में एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों पर शराब अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है. अचानक से स्कूल के दो शिक्षकों के गिरफ्तार होने से गांव के लोगों में भी हड़कंप मच गया है.
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