प्राचार्य पर शिक्षकों ने लगाया आरोप, वेतन मांगने पर गार्ड से पिटवाया, रात को बुलाते हैं कमरे में
सिटी पोस्ट लाइव : बेगूसराय में शिक्षा के मंदिर को दागदार करने वाला एक मामला प्रकाश में आया है. जिसमें अपने वेतन की मांग करने पर स्कूल के प्राचार्य ने गार्ड के द्वारा एक शिक्षक की जमकर पिटाई करवा दी. इतना ही नहीं स्कूल के प्रिंसिपल पर महिला शिक्षकों ने गलत नियत से मीटिंग के बहाने रात में कमरे में बुलाने का भी आरोप लगाया है. फिलहाल इस मामले में पीड़ित शिक्षक ने थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. घटना लाखो थाना क्षेत्र के साहपुर स्थित तक्षशिला विद्यालय की है.
क्या है पूरा मामला
प्राचार्य की दादागिरी से कुरुक्षेत्र में तब्दील हुआ यह विद्यालय देश के नामचीन निजी विद्यालयों में से एक तक्षशिला विद्यालय है। देखा जाए तो हाल के दिनों में यहां पढ़ाई कम दादागिरी अधिक होने लगी है। दरअसल 1 माह पूर्व प्राचार्य एसएल दास पर छात्रों सहित शिक्षकों ने भी विपरीत व्यवहार का आरोप लगाया है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि वर्तमान प्राचार्य के आने के बाद स्कूल की विधि व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। अब विद्यालय के प्राचार्य दादागिरी पर उतरते हुए शिक्षकों के वेतन मांगने पर गार्ड के द्वारा उनकी पिटाई करवाते हैं। ऐसे ही 18 अक्टूबर को जब अरवल निवासी कला एवं आर्ट के शिक्षक विजय कुमार ने अपनी पत्नी के प्रेग्नेंट होने के कारण विद्यालय प्रबंधन से वेतन की मांग की तो इस पर प्राचार्य एस एल दास में स्कूल के गार्ड रूपेश कुमार एवं एक अन्य को बुलाकर शिक्षक विजय कुमार की जमकर पिटाई करवा दी।
इस पिटाई की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई । लेकिन अभी तक भी प्राचार्य एसएल दास पर विद्यालय प्रबंधन की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई है । अब छात्र पीड़ित शिक्षक विजय कुमार के पक्ष में खड़े हो रहे हैं और विद्यालय प्रबंधन तथा प्राचार्य से इस पिटाई के कारण की मांग करते हुए उन्हें इस्तीफा देने के लिए कह रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से विद्यालय में शिक्षण का कार्य बंद है। वही महिला शिक्षकों की माने तो विद्यालय के प्राचार्य एस एल दास रात्रि के 8:00 बजे के बाद मीटिंग करने के बहाने महिला शिक्षकों को अपने कमरे में बुलाते हैं तथा भद्दी भद्दी बातें करते हैं । महिला शिक्षकों का आरोप है कि वर्तमान प्राचार्य एसएल दास के आने के बाद अब विद्यालय में महिला शिक्षिकाएं सुरक्षित नहीं है ।
वहीं विद्यालय के प्राचार्य पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए अपने ऊपर लगे आरोप को खारिज करते हैं। विद्यालय प्राचार्य एस एल दास के अनुसार ऐसी कोई घटना नहीं हुई जिससे विद्यालय शर्मसार हो । उनके द्वारा शिक्षकों को जब ड्यूटी करने के लिए कहा जाता है तो इसी से आक्रोशित होकर शिक्षक प्राचार्य पर दुर्व्यवहार का आरोप लगा रहे हैं । लेकिन बातों बातों में एसएल दास ने पत्रकारों से भी स्पष्ट रूप में कहा कि आपको जो छापना है छाप दीजिए मुझे किसी का डर नहीं ।
वजह चाहे जो भी हो या फिर सच्चाई चाहे जो हो लेकिन सीसीटीवी फुटेज तथा छात्रों के द्वारा बनाए गए वीडियो से इतना स्पष्ट है की शिक्षा के इस मंदिर में अब पठन-पाठन का कार्य कम लेकिन वैसे कार्य अधिक हो रहे हैं जो कहीं से भी छात्रों के हित में नहीं है । जरूरत है विद्यालय प्रबंधन के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा इस मामले में संज्ञान लेने की।
बेगूसराय से सुमित कुमार की रिपोर्ट