सिटी पोस्ट लाइव : बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आत्महत्या के मामले की जांच करने मुंबई पहुंची बिहार पुलिस की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. बिहार पुलिस के हाथ नए क्लू लग रहे हैं. सूत्रों के अनुसार बिहार पुलिस की टीम को एक्टर सुशांत सिंह राजपूत और उनकी गर्ल फ्रेंड रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) के एक ज्वाइंट बैंक अकाउंट के बारे में पता चला है. इस ज्वाइंट अकाउंट में सुशांत के साथ ही रिया भी साइनिंग अथॉरिटी है. फिलहाल इस अकाउंट पर अभी जांच चल रही है. आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि सुशांत के अकाउंट्स से ज्यादातर ट्रांजेक्शन लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान हुए किए गए हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले सुशांत के तीन बैंक अकाउंट का पता चला था जो बांद्रा में स्थित कोटक महिंद्रा, आईसीआईसीआई (ICICI) और एचडीएफसी बैंक के ब्रांच में हैं. अब ज्वाइंट अकाउंट की जो नई जानकारी सामने आई है, उससे किस तरह के सबूत मिलेंगे ये पुलिस की जांच में ही स्पष्ट हो पाएगा.बिहार पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत का इलाज करने वाले डॉक्टर केसरी चावड़ा का बयान दर्ज कर लिया है. सूत्रों के अनुसार डॉक्टर ने अपने बयान में बताया है कि नवंबर 2019 से वो सुशांत सिंह का इलाज कर रहे थे. जबकि फरवरी के आखिरी हफ़्तों से सुशांत दवा को रेगुलर तरीके से नहीं खा रहे थे. इसके बाद उनकी सलाह को भी वो धीरे धीरे अनसुना करना शुरू करने लगे थे.
सूत्र बताते हैं कि पटना में दर्ज केस में बिहार पुलिस सुशांत के खास दोस्त महेश शेट्ठी को अपना प्राइम विटनेस बना सकती है. इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई गई है. पूछताछ में महेश शेट्टी ने बिहार पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं. सुशांत सिंह नहीं चाहते थे कि उनका निजी स्टाफ बदला जाए. लेकिन इसके बावजूद रिया चक्रवर्ती और उसकी मां ने सुशांत सिंह का काफी स्टाफ बदल दिया था. इसमें वो बॉडीगार्ड भी शामिल है जो सुशांत के साथ हमेशा मौजूद रहता था. ये बॉडीगार्ड अलीगढ़ का रहने वाला है. रिया चक्रवर्ती ने उसे 22 मार्च यानी लॉक डाउन से ठीक पहले निकाल दिया था. महेश शेट्टी ने बिहार पुलिस को बताया है कि सुशांत सिंह अपने दोस्तों और बहनों से बात करने के बाद हर बार मोबाइल को रिसेट कर दिया करते थे, क्योंकि रिया चक्रवर्ती को उनका किसी भी दोस्त या अपनी बहनों से बात करना बिल्कुल पसंद नहीं था.
इस हाई-प्रोफाइल केस का शुक्रवार को बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पांडेय ने रिव्यू किया. रिव्यू मीटिंग बिहार पुलिस मुख्यालय में हुई, जिसमें डीजीपी के साथ एडीजी हेडक्वार्टर जितेंद्र कुमार, पटना सेंट्रल रेंज के आईजी संजय सिंह और एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा शामिल थे. डीजीपी ने मुंबई में चल रही इस केस की जांच का पूरा फीडबैक एसएसपी से लिया. इस मामले में आगे किस तरह से काम करना है इसको लेकर एसएसपी को कई अहम दिशा निर्देश डीजीपी की तरफ से दिए गए हैं. साथ ही कानूनी पहलुओं को ध्यान में रखकर काम करने को कहा गया है.
सूत्रों के मुताबिक, पटना पुलिस के सीनियर अधिकारी इस मामले में मुंबई पुलिस के सीनियर अथॉरिटी से बात कर मदद मांगने के अलावा सरकारी गाड़ी उपलब्ध कराने की अपील भी की है. जबकि बिहार से एक आईपीएस के साथ दूसरी टीम को भी मुंबई भेजा जा सकता है.
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