पुलिस सम्मान समारोह में शामिल हुए DGP, कहा- अपराध ख़त्म करने के लिए आम लोग साथ दें
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में अपराध चूहे बिल्ली का खेल है, जिसे ठप्पा मारकर कोई नहीं रोक सकता. अपराध को रोकने के लिए सभी लोगों को उठना होगा, जगना होगा और अपराध की संस्कृति के खिलाफ लड़ना होगा. तभी बिहार में अपराध पूरी तरह से बंद हो पायेगा. उक्त बातें बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने बेगूसराय में व्यवसाई महासंघ की ओर से आयोजित व्यवसाय संवाद कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कही. डीजीपी ने सोना लूट कांड मामले में बेहतर काम करने वाले एसपी से लेकर पुलिसकर्मियों को जहां सम्मानित किया वहीं उनकी पीठ भी थपथपाई.
बता दें बेगूसराय में आज पुलिस और व्यवसाई के बीच संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शहर के एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे शामिल हुए. इस मौके पर व्यवसायियों ने बेहतर काम करने वाले अधिकारियों को सम्मानित करने का भी काम किया. वही डीजीपी ने भी व्यवसायियों को सम्मानित किया. कार्यक्रम में डीजीपी के द्वारा बेहतर काम करने वाले पुलिस पदाधिकारियों को सम्मानित करने का काम किया गया. जिसमें मुख्य रूप से बेगूसराय के एसपी अवकाश कुमार , डीएसपी राजन सिन्हा, सहित कई थाना प्रभारी और पुलिसकर्मी शामिल थे.
बताते चलें कि पिछले 12 नवंबर को बेगूसराय में अपराधियों ने लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था और इस घटना में अपराधियों ने जहां एक ड्राइवर की हत्या कर दी थी वही दो स्वर्ण व्यवसायियों को भी गोली मार दी थी. गढ़हरा थाना क्षेत्र में घटी इस घटना में अपराधियों ने करोड़ों रुपए मूल्य का सोना लूटकर चलते बने थे. इस ब्लाइंड केस को सुलझाने में पुलिस का पूरा महकमा रात-दिन एक किए हुए था. जिसका परिणाम भी सार्थक निकला और बेगूसराय पुलिस ने लूटी गई 14 किलो 703 ग्राम सोना बरामद कर लिया. इसी सिलसिले में बिहार के डीजीपी ने इस लूट कांड में शामिल अपराधियों की धरपकड़ और सोना की बरामदगी के बाद , इस टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारीयों को सम्मानित करने का काम किया
इस दौरान गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि अपराध रोकना सिर्फ पुलिस का काम नही है. आज काम उम्र के लड़के शराब, स्मैक और हीरोइन खा रहे है. उनकी प्रवृति नशा की ओर बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जब तक जनता नहीं जागेगी अपराधियों के खिलाफ माहौल नही बनेगा, तब तक अपराध पूरी तरह से खत्म कर पाना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि जात के नाम पर, धर्म और मजहब के नाम पर दल के नाम पर अपराधियों को समर्थन देने, हीरो बनाने और पूजने का काम जनता कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे में पुलिस अपराध नहीं रोक सकती है. हां पुलिस एक स्पेसिफिक एजेंसी जरूर है पर बिना जनता के सहयोग के अपराध रोक पाना मुश्किल है. अपराध को रोकने के लिए सभी लोगों को उठना होगा, अपराध की संस्कृति के खिलाफ लड़ना होगा तभी समाज में अपराध पूरी तरीके से नियंत्रित हो सकता है.
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