FOLLOW UP : पटना शूटआउट में मारा गया युवक निकला शहाबुद्दीन का शातिर शूटर
सिटी पोस्ट लाइव : पटना के कोतवाली थाने के पास मारा गया युवक खुद एक शातिर अपराधी था. पुलिस के अनुसार वह पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का शातिर शूटर तबरेज आलम उर्फ तब्बो है. मृतक तबरेज आलम एक जमाने में शहाबुद्दीन के लिए काम करता था. बिहार के जहानाबाद के रहनेवाले तबरेज के खिलाफ हत्या समेत कई संगीन मामले दर्ज हैं. पुलिस को तबरेज की तलाश थी.लेकिन जिस तरह से कोतवाली थाने से कुछ फर्लांग की दूरी पर अपराधियों ने इस शूटआउट की वारदात को अंजाम दिया है, वह पटना पुलिस के लिए एक खुली चुनौती से कम नहीं.
गोली की आवाज सुनकर कोतवाली थाने के पुलिस पहुंची तबतक हत्यारे फरार हो चुके थे. जानकारी मिलते ही एसएसपी मनु महाराज समेत कई सीनियर अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये. बताया जाता है कि कोतवाली थाने के निकट मस्जिद से तबरेज मुहर्रम की नमाज पढ़कर लौट रहा था.पहले से घात लगाए अपराधियों ने उसे ढेर कर दिया. उसे चार गोलियां मारी गई ताकि वह जिन्दा न बचे.
सूत्रों के अनुसार तबरेज की सफारी गाड़ी मस्जिद से ही थोड़ी दूर पर खड़ी थी. बताया जाता है कि तबरेज अपनी गाड़ी के पास जा ही रहा था कि पूर्व से घात लगाये अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया. अपराधी बाइक से आए थे और वारदात के बाद आराम से चलते बने. सभी अपराधी हेलमेट पहने हुए थे. अचानक गोली चलने से आसपास मौजूद लोगों के बीच हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस गंभीर स्थिति में तबरेज को हॉस्पिटल ले गई, लेकिन वह बच नहीं सका. पुलिस के अनुसार तबरेज झारखंड का चर्चित गैंग्स ऑफ़ वासेपुर से भी जुड़ा था.
पटना पुलिस तेजी से मामले की जांच में जुटी है.तबरेज को किसने गोली मारी? वारदात को अंजाम देने के पीछे का कारण क्या था? गोली मारने वाले अपराधी कौन थे, इन सारे सवालों का जबाब पटना पुलिस खोज रही थी. लेकिन उसकी पहचान होने के साथ ही सारे सवालों का जबाब मिल गया है. गैंग वार की वारदात है.लेकिन सबसे बड़ा सवाल अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए पटना के सबसे सुरक्षित माने जानेवाले हाई सेक्यूरिटी जोन को क्यों चुना? क्या इसका मकसद पटना पुलिस को चुनौती देना था.
Comments are closed.