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निशाने पर हैं डॉन शहाबुद्दीन के शूटर्स, परवेज की हत्या का शाजिषकर्ता गिरफ्तार

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निशाने पर हैं डॉन शहाबुद्दीन के शूटर्स, परवेज की हत्या का शाजिषकर्ता गिरफ्तार

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पतन के कोतवाली थाने के पीछे हुए शूटआउट में मारे गए मोहम्मद शहाबुद्दीन के शूटर परवेज के मामले में पुलिस ने जहानाबाद से हत्या की शाजिश करनेवाले को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में और तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी फूटेज के आधार पर हत्यारों की पहचान हो चुकी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. इस बीच और भी कई बड़े खुलासे हुए हैं.

अंडरवर्ल्ड डॉन और आरजेडी नेता शहाबुद्दीन इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. पुलिस के अनुसार उसके शूटर्स लगातार उनके विरोधी अपराधिक गिरोहों के निशाने पर हैं. साहेब के नाम से मशहूर शहाबुद्दीन के खास रहे शूटर तबरेज की हत्या के बाद शहाबुद्दीन के करीबी दहशत में हैं. हाल के दिनों में ये दूसरा मौका है जब शहाबुद्दीन के खास रहे किसी शख्स पर जानलेवा हमला किया गया है.तबरेज की हत्या से पहले सीवान में ही अपराधियों ने राजद नेता राजेश यादव के घर पर हमला बोला था. इसी महीने की आठ सितंबर को बाइक सवार अपराधियों ने आरजेडी  नेता के घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इस घटना में राजेश यादव बाल-बाल बच गये थे.राजेश यादव सीवान के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन के करीबी हैं.

पुलिस सूत्रों के जिस तरह से तबरेज की हत्या की गई है वो कोई शार्प शूटर ही कर सकता है. तबरेज को हथियारबंद अपराधियों ने पहले एक गोली मारी जिससे वो अचेत हो गया. लेकिन कहीं वो जिंदा न बच जाए अपराधियों ने उसके सीने में तीन और गोलियां दाग दी. तबरेज आलम शहाबुद्दीन का शार्प शूटर होने के साथ-साथ गैंग्स ऑफ वासेपुर का सदस्य भी था. पटना में मारे गये तबरेज पर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कई केस दर्ज थे. तबरेज ने पहला मर्डर महज 16 साल की उम्र में जहानाबाद में किया और धीरे-धीरे वो जुर्म की दुनिया का ही होकर रह गया.

2001 में बिहार के चर्चित डॉक्टर रमेश चंद्र अपहरण कांड को अंजाम दिया. 2002 में धनबाद में निरसा के विधायक की हत्या में भी शामिल रहा. तबरेज शहाबुद्दीन का खास था. लेकिन उसका पूरा गैंग जहानाबाद में रहता था. धनबाद में इस मर्डर के बाद उसने अपने गैंग नाम गैंग्स ऑफ वासेपुर रख लिया. तबरेज ने पिछले एक-दो साल से खुद को जुर्म की दुनिया से अलग कर लिया था. वो कई धंधों में अपनी किस्मत आजमा रहा था. उसकी जान को खतरा महसूस हुआ तो उसने जहानाबाद को छोड़ पटना को नया ठिकाना बनाया. तबरेज की हत्या को लेकर जो बातें सामने आ रही है उसके मुताबिक उसकी हत्या जमीनी विवाद में हुई है.

उसकी हत्या के मामले को सुलझा रही पटना पुलिस के सामने कई चौंकानेवाले खुलासे हो रहे हैं. लेकिन अभी पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. पुलिस को आशंका है कि मोहम्मद शहाबुद्दीन के गैंग के लोगों को मारने के लिए अपराधी विशेष तैयारी कर चुके हैं. आगे भी वो शहाबुद्दीन के लोगों को निशाना बना सकते हैं.

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