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बालू माफियाओं ने फिर किया पुलिस टीम पर हमला, एसआई समेत कई पुलिस वाले घायल

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की नीतीश सरकार बालू माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग को आदेश दे चुकी है. पुलिस विभाग भी लगातार बालू माफियाओं को खिलाफ कार्रवाई में लगी है. वहीं बालू माफिया भी पुलिस टीम को अपना निशाना बनाने में लगी हुई है. एकबार फिर भोजपुर में अवैध बालू खनन किये जाने की सूचना पर कार्रवाई के लिए पहुंची पुलिस टीम पर हमला हो गया. जिसमें कई पुलिस वाले घायल हो गए.

 घटना जिले के संदेश थाना के नसरतपुर गांव की है. इस घटना के बाद जवाबी कार्रवाई में मौके पर पहुंची थानों की पुलिस ने कई घरों में जमकर तोड़फोड़ की और महिलाओं सहित कई लोगों की पिटाई कर दी. घटना की जानकारी देते हुए संदेश थानाध्यक्ष दीपक कुमार झा ने बताया कि शनिवार की सुबह सूचना मिली थी कि नसरतपुर टोला के कुछ बालू कारोबारी सोन नद में जेसीबी मशीन से अवैध बालू का खनन कर ट्रैक्टर पर लाद कर ले जा रहे हैं.

जिसके बाद दो पदाधिकारी एसआई अरविंद कुमार एवं जमादार विपिन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन को जब्त कर लिया और थाना ले जाने लगे तभी ग्रामीणों ने पुलिस बल पर ईंट-पत्थर एवं लाठी डंडे से हमला कर दिया. इस हमले में एक पुलिस पदाधिकारी विपिन कुमार, हवलदार इरफान खान, सिपाही राजेश कुमार, सिपाही हेमन्त जख्मी हो गए. हमलावर इस दौरान ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन जबर्दस्ती छुड़ाकर ले भागे. पुलिस ने हमला करने वाले और अवैध रूप से बालू खनन करने वाले व्यक्ति को चिन्हित कर लिया और जवाबी कार्रवाई में सभी के घर में घुसकर उनकी जमकर पिटाई की.

दूसरी ओर नसरतपुर के ग्रामीणों ने पुलिस पर हमले से इंकार करते हुए पुलिस पर बेमतलब का बर्बर कार्रवाई का आरोप लगाया है. फिलहाल पुलिस इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है. बता दें इससे पहले भी पुलिस टीम पर बालू माफियाओं ने हमला किया था. बीते 8 अगस्त को भोजपुर जिले के कोइलवर थाना क्षेत्र के बिन्दगांवा में पुलिस छापेमारी करने पहुंची तो बालू माफियाओं पुलिस पर हमला बोल दिया. भोजपुर पुलिस की टीम विन्दगांवा में सोन के दियारा में छापेमारी करने गई थी. इस दौरान पुलिस टीम घाट किनारे लगे एक नाव को खींचकर बीच सोन में ले गई और उसे पानी में डूबा दिया.

पुलिस का कहना था कि इन्हीं नावों से अवैध बालू का उत्खनन हो रहा है. इसके बाद वहां मौजूद नाविकों और स्थानीय लोगों से पुलिसकर्मियों में तू-तू-मैं-मैं हो गई. इसके बाद नाविकों ने पुलिस की खड़ी गाड़ियों पर हमला बोल दिया और जमकर रोड़ेबाजी की. बता दें इस हमले के दौरान पुलिस की आधा दर्जन गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. हमले के दौरान पुलिस के राइफलधारी जवानों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. हालांकि, बाद में पुलिस ने मोर्चा संभाला और त्वरित कार्रवाई करते हुए हमले में शामिल 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना को लेकर लोगों में अफरा-तफरी मची रही.

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