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बेउर जेल से ही कुख्यात रीतलाल यादव वसूल रहा है रंगदारी, उसका एक गुर्गा धराया

पुलिस के अनुसार रित लाल जेल से ही एक  कांट्रैक्टर से रंगदारी की डिमांड कर रहा है.

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सिटी पोस्ट लाईव : “ जेल बर्ड्स फ्लाइंग हाई “ जी हैं,बिहार के जेलों में बंद कुख्यात अपराधी कहने के लिए तो जेल में बंद हैं फिर आजाद हैं अपनी अपराधिक गतिविधियों को चलाने के लिए. ये कुख्यात जेलों में अपनी सुरक्षा की चिंता से निश्चिन्त होकर मोबाइल फोन के जरिये अपने गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं. एक ऐसा ही मामला कुख्यात अपराधी से एमएलसी बना रीतलाल यादव से जुडा सामने आया है.  कहने के लिए तो यह पटना के बेउर जेल में बंद है  लेकिन नाम पर आज भी वसूली हो रही है.रीतलाल ने जेल से ही  फिर से रेलवे के एक कॉन्ट्रैक्टर्स को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.

पुलिस के अनुसार रित लाल जेल से ही एक  कांट्रैक्टर से रंगदारी की डिमांड कर रहा है. जेल से ही लगातार कांट्रैक्टर को कॉल किया जा रहा था. रंगदारी की रकम जल्द से जल्द देने को कहा जा रहा था. साथ ही बात न मानने पर बुरे परिणाम भुगतने की धमकी भी रीतलाल यादव की ओर से दिया जा रहा था .मामला पटना एसएसपी मनु महाराज के संज्ञान में आया . कारवाई भी हुई और वसूली के काम में लगा रीतलाल यादव का एक गुर्गा  धर दबोचा गया . रीतलाल के गुर्गे का नाम सन्नी है. सन्नी को खगौल इलाके से पकड़ा गया है. इसके पास से वह  मोबाइल भी बरामद किया गया है जिससे  रंगदारी की मांग की जा रही थी.

कांट्रैक्टर के बयान पर खगौल थाना में ही रीतलाल यादव, उसके भाई, साला, भतीजा और सन्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. पटना के एसएसपी मनु महाराज ने इस पूरी कार्रवाई की पुष्टि कर दी है. रेलवे का काम कर रहे जिस कांट्रैक्टर से रंगदारी की डिमांड की जा रही थी, वो पटना के शास्त्रीनगर इलाके में रहते हैं और काफी भयभीत हैं.मेसर्स आनभि इलेक्ट्रिकल्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं. पिछले 3—4 दिनों से रीतलाल यादव और उसके गुर्गे कांट्रैक्टर के मोबाइल पर लगातार कॉल कर रहे थे. जब पहला कॉल आया था तो उस दौरान कांट्रैक्टर खगौल इलाके में थे. फोन पर इन्हें काफी धमकाया भी गया. ये बताने की कोशिश हुई कि यहाँ काम करना है तो रीतलाल के सिस्टम से तालमेल बिठाना होगा. मतलब साफ है कि दानापुर रेल डिवीजन में काम करना है तो पूरे कांट्रैक्ट का फिक्स्ड परसेंटेज रीतलाल यादव तक पहुँच जाना चाहिए.

रीतलाल यादव और उसके गुर्गों के कॉल और धमकियों से परेशान होकर कांट्रैक्टर ने रविवार की शाम एसएसपी मनु महाराज से मुलाकात की थी. एसएसपी के निर्देश पर एफआईआर दर्ज कराया गया. फिर टीम को कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया. जिसके बाद ही रीतलाल का गुर्गे सन्नी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने कांट्रैक्टर के नाम का खुलासा नहीं किया है.

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