हत्या के खिलाफ व्यवसायियों में सुलग रहा आक्रोश, आंदोलन की तैयारी
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार में लगातार हो रही हत्याओं के खिलाफ अब आक्रोश सुलगने लगा है। अपराध पर सरकार की नीति, और नियत पर सवाल न भी उठाये जाएं तब भी नियंत्रण सवालों के घेरे में है। घटनाएं बताती हैं कि अपराधी काबू में नहीं है। बहार वाला बिहार अपराध से बेजार है। लागातार व्यवसायियों की हत्या के खिलाफ अब व्यवसायी संघों में आक्रोश सुलग रहा है, तैयारी आंदोलन की भी हो रही है। आपको बता दें कि बीते कुछ महीनों में पटना के अनीसाबाद में किराना व्ययवसायी की हत्या, ताजपुर समस्तीपुर में किराना व्ययवसायी की हत्या, बिहार मेें व्यवसायी की हत्या, फिर बाद में बिहटा में हीं सिमेंट व्यवसायी की हत्या, बेतिया में किराना व्ययवसायी के पुत्र का अपहरण, बाद में फिरौती की मांग और हत्या जैसी अपराध की वारदातों से व्यवसायी सकते में हैं और सरकार से स्थायी निदान चाहते हैं।
व्यवसायी संघों ने कहा है कि विधि व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त रखना सीएम नीतीश कुमार की प्रतिबद्धता रही है। 2006 मेें नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगी थी और व्यवसायियों का पलायन रूका था। लेकिन हाल के दिनों में जो घटनाएं सामने आ रही हैं वो सवाल खड़ा करती हैं कि क्या कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति एवं प्रतिबद्धता में कमी आयी है। बिहार में बढ़ते अपराध की वजह से सीएम नीतीश कुमार की विकास यात्रा भी प्रभावित हो रही है। व्यवसायी संघों का आक्रोश जाहिर है चुनावी मौसम में नीतीश कुमार के लिए भारी पड़ सकता है क्योंकि विपक्षी पार्टियां पहले हीं बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर घेरती रही हैं।
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