बड़ा खुलासा : रिमांड होम में फर्जी उम्र बताकर नाबालिग की जगह घूसे शातिर अपराधी?
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पूर्णिया के रिमांड होम में हुए डबल मर्डर के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. सिटी पोस्ट सबसे पहले तो ये सवाल उठा रहा है कि रिमांड होम में बंद कैदी क्या वाकई नाबालिग हैं? रिमांड होम में शूटआउट के बाद बाल कैदियों की जो तस्वीर सामने आई है ,उसके अनुसार तो रिमांड होम के ज्यादातर कैदी व्यस्क दिख रहे हैं. कहीं व्यस्क अपराधी फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर बाल रिमांड होम तो नहीं पहुँच रहे हैं? सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के अनुसार अपराधी बड़े बड़े अपराधिक वारदातों को अंजाम देने के बाद जेल तो भेंज दिए जाते हैं. लेकिन फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर जेल से रिमांड होम चले आते हैं.
विभिन्न जिलों के रिमांड होम से आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार रिमांड होम के बच्चों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार और प्रताड़ना की शिकायतें भी आ रही हैं . सवाल ये उठता है कि क्या रिमांड होम में नाबालिग लड़कों के साथ बालिग़ अपराधियों के रखे जाने वजह से ऐसी घटनाएं हो रही हैं ? वैसे भी बच्चों की उम्र ज्यादा फर्क होने पर छोटे बच्चों को परेशानी तो होगी ही. बड़े बच्चे छोटे बच्चों के ऊपर दादागिरी तो करेगें ही. कहीं रिमांड होम में बढ़ रहे अपराधिक वारदातों की वजह ये व्यस्क कैदी ही तो नहीं, जो नाबालिग बनकर यहाँ रह रहे हैं.
पूर्णिया रिमांड होम से एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है. जेडीयू के नेता जिसके पुत्र का नाम शूट आउट में आ रहा है, उसने भी आज खुलासा किया है कि रिमांड होम के चार महीना पहले बर्खास्त फादर ने बच्चों से फादर की हत्या करने के लिए कहा था. यानी जिस फादर को रिमांड होम में गैर-कानूनी काम करने और बच्चों को घुमाने का आरोप लगा था उसी ने बच्चों को हत्या के लिए उकसाया . गौरतलब है कि इस शूट आउट में फादर के साथ वहीँ बाल कैदी मारा गया है जिसकी शिकायत पर चार महीना पहले इस फादर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. पुलिस ने आज इस बर्खास्त फादर को गिरफ्तार कर लिया है.
तीसरा सबसे बड़ा खुलासा ये हुआ है कि रिमांड होम में लगे सीसीटीवी कैमरे घटना के वक्त बंद थे. रिमांड होम में हथियार कैसे पहुंचा, ये भी एक बड़ा सवाल है. रिमांड होम के रसोईया की माने तो जिस वक्त घटना हुई थी, उस वक्त रिमांड होम में लगा सीसीटीवी कैमरा खराब था.लेकिन सबसे अहम् सवाल तीन-तीन गेट होने के बावजूद रिमांड होम के अंदर हथियार कैसे पहुंच गया ? गौरतलब है कि वुधवार की शाम पूर्णिया के रिमांड होम में वहां के स्टाफ हाउस फादर बिजेंद्र कुमार और बाल कैदी सरोज कुमार की अन्य बाल कैदियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
सूत्रों के अनुसार यहाँ नियमों को ताक पर रखकर दिनभर बंदियों से मुलाकात कराया जाता था. दिन भर लोग कैदियों से मिलाने आते जाते थे. यहां तक कि कई मुलाकाती का रिकॉर्ड भी नहीं रखा जाता था. घटना के दिन फरार आरोपी राजा का भाई पिंटू भी मिलने आया था. जिसका वहां के रजिस्टर में भी दर्ज है. खास बात यह है कि कई बार बंदियों से मुलाकात करने आए लोगों की तलाशी भी नहीं ली जाती. जिससे नशीली पदार्थ और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं रिमांड होम में पहुंच जाती थी. रिमांड होम के एक कर्मचारी सूरज के अनुसार शूट आउट की घटना के वक्त रिमांड होम में लगा कैमरा तकनीकी कारणों से खराब था.
अब जब इतनी बड़ी घटना घट गई है प्रशासन की नींद टूटी है. अभी रिमांड होम में सभी गार्डों को बदलकर हथियारबंद गार्ड तैनात कर दिए गए हैं. हर जगह आठ सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. डीएम के द्वारा जांच के लिए कमेटी गठित की गई है. इधर न्यायिक स्तर पर भी जांच की जा रही है.रिमांड होम में घटना के बाद से बच्चे और उनके परिजनों में दहशत है. सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. बच्चों से मिलने आए उनके परिजनों ने कहा कि घटना के बाद से वे लोग काफी दहशत में हैं. कब उनके बच्चों के साथ क्या हो जाएगा, कहना कठिन है.
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