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भोजपुर के बिहिया थाने पर महा-दलितों ने किया हमला, सब-इंस्पेक्टर को धूना

मामला भोजपुर जिले के बिहियां थाना से जुड़ा है. पुलिस ने लूट के मामले में तीन आरोपियों को शक के आधार पर पकड़ा था.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में बढ़ते अपराध से परेशान जनता तो कानून को हाथ में  लेकर अपराधियों को खुद  सबक सिखा ही रही है साथ ही अपराधियों को  थर्ड डीग्री देनेवाले पुलिसकर्मियों को सबक सिखाने के लिए भी  पुलिस थाने पर हमला करने लगी है. दो दिन पहले नालंदा जिले में हत्या के एक आरोपी को पुलिस से छिनकर उसे जिन्दा जला देने की कोशिश लोगों ने  की थी. और आज खबर आरा से आ रही है कि यहाँ आरोपियों को थर्ड डीग्री दिए से नाराज लोगों ने पुलिसवालों  को सबक सिखाने के लिए थाने पर हमला कर  दिया है.हालांकि  इसके लिए पुलिस की कार्यशैली ही जिम्मेवार है.खबर के अनुसार  महादलित परिवार के दो युवकों को चोरी के आरोप में पकडे जाने और इस दौरान महा दलित महिलाओं के साथ छेड़खानी किये जाने से आक्रोशित लोगों ने थाने पर हमला कर दिया .लोगों  ने पुलिस अभिरक्षा से न केवल आरोपियों को छुड़ाया बल्कि विरोध करते हुए थाने पर जमकर उत्पात मचाया है. सैकडों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने  थाने पर हमला बोलते हुए पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया.

दरअसल, आरा-बक्सर एनएच 84 पर अमराई नवादा से पूरब गजराजगंज ओपी क्षेत्र के सीताकुंड छलका के समीप तीन बाइक पर सवार 9 की संख्या में मौजूद अज्ञात अपराधियों ने छिनैती की घटना को अंजाम दिया था. इस घटना के बाद बिहियां थाने की पुलिस ने तेघरा गांव निवासी इदरीश नट के पुत्र फिन्ची नट व शिवजी साह के पुत्र रवि साह को शक के आधार पर उठाया और बिहियां थाने ले आयी.पकडे गए युवकों के घर  की महिलाओं ने आरोप लगाया कि युवकों को चोरी के आरोप में पकड़ने आई पुलिस ने उनके साथ  छेड़खानी की .

बात तब और बिगड़ गई जब थाने  में पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ के दौरान उनकी जमकर पिटाई कर दी. परिजनों को इसकी सूचना मिली तो थाने में पहुंच जख्मी को इलाज कराने के लिए कहा. लेकिन जब इसके लिए पुलिस तैयार नहीं हुई तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया .गाँव  के सैकड़ों लोगों ने थाने  पर हमला बोल दिया और दोनों युवकों को छुड़ा लिया . पुलिस वालों को लगा कि उनकी जान ही खतरे में पड़ जायेगी, तब  आरोपी को किसी तरह  इलाज के लिए बिहियां पीएचसी में भर्ती कराया.अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही मामला शांत हो गया .

इस पूरे मामले पर फिलहाल भोजपुर पुलिस का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं. इस हिंसक झड़प में बिहिया थाने के एक एसआई समेत चौकीदार भी बुरी तरह जख्मी हो गया है जिनका इलाज भी बिहियां पीएचसी में कराया जा रहा है. कभी पुलिस अपराधियों के खिलाफ कारवाई नहीं करने तो कभी कारवाई करने के नाम पर आरोपियों को थर्ड डीग्री दिए जाने को लेकर निशाने पर आ जा रही है.जाहिर अब लोगों के बीच पुलिस के लिए न आदर का भाव है और ना ही उससे भय है.

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