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सहरसा में लगातार शराब की बरामदगी, कारोबारियों पर पुलिस अधिकारियों के आशीर्वाद की आशंका

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सहरसा में लगातार शराब की बरामदगी, कारोबारियों पर पुलिस अधिकारियों के आशीर्वाद की आशंका

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बाद भी कारोबारी नीतीश कुमार को ठेंगा दिखाकर कारोबार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस और उत्पाद विभाग लगातार शराब कारोबारियों पर नकेल कसने की कवायद में जुटे हुए हैं। पुलिस और उत्पाद विभाग दोनों लगातार शराब की बड़ी खेप पकड़ भी रहे हैं लेकिन उनके हाथ 4, 5 और 6 नम्बर के कारोबारी आ रहे हैं जबकि एक से लेकर तीन नम्बर के कारोबारी की अभी तक इन दोनों विभाग को भनक तक नहीं लगी है। 10 दिन के भीतर पुलिस ने जहाँ पहले बनगाँव थाना के बरियाही से 350 कार्टून, सहरसा के रहुआ नहर के समीप सीलबंद सीमेंट गोदाम से 327 कार्टून और बटराहा से 20 कार्टून विदेशी शराब बरामद किए हैं वहीं अवैध शराब को लेकर उत्पाद विभाग भी लगातार इन शराब तस्करों पर कार्रवाई कर रही है।

ताजा मामला बीती देर रात का है जहां उत्पाद विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर सहरसा की अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर 40 कार्टन और 4 एयर बैग में भरे 2016 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद किया है। हालांकि इस छापेमारी में एक भी कारोबारी उत्पाद विभाग के पकड़ में नहीं आ सका। सभी कारोबारी छापेमारी की भनक लगते ही फरार हो गए। बरामद शराब हरियाणा निर्मित बताई जा रही है जिसकी कुल मात्रा 366 लीटर है। उत्पाद अधीक्षक अशरफ जमाल ने बताया कि बीती देर रात गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई जिसमें सदर थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर बटराहा वार्ड नम्बर-28, स्थित एक लॉज से 4 बैग में भरे 96 बोतल शराब, नरियार वार्ड नम्बर-3 से 20 कार्टून में बंद 960 बोतल शराब जबकि बनगांव थाना क्षेत्र के बरियाही स्थित एक घर से 20 कार्टून में बंद 960 बोतल शराब बरामद किया है।

अलग-अलग जगहों पर की गई कार्रवाई में कारोबारी के तौर पर रौशन रजक, मनीष सिंह, पांडव रजक, संतोष सिंह, चंदन चौधरी, सिकंदर यादव का नाम प्रकाश में आया है। सभी पर उत्पाद विभाग द्वारा मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। खासकर के शराब माफियाओं के खिलाफ सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी उर्फ दबंग तिवारी की शख्ती देखते ही बनती है। दबंग तिवारी अपनी तरफ से “सफाया शराब” अभियान चला रहे हैं। शराब कारोबारियों के बीच उनके नाम का खौफ है। लेकिन एक अधिकारी की जगह जिले के सभी थानों के एसएचओ को शराब कारोबारियों के खिलाफ जंग छेड़ना चाहिए। लेकिन बहुत एसएचओ शराब माफियाओं से मोटी रकम की उगाही में सिद्दत से जुटे हुए हैं। जिले के विभिन्य क्षेत्रों से खेप में शराब की हो रही बरामदगी, इस बात की तकसीद कर रही है कि अधिकांश पुलिस अधिकारी रुपये बटोरने में लगे हैं, वर्ना इतनी मात्रा में शराब सहरसा के विभिन्य क्षेत्रों में पहुंच कैसे रही है।

सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट

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