जमुई : इलाज के दौरान एक व्यक्ति की हुई मौत, परिजनों ने जमकर किया हंगामा
एक लाख 10 हज़ार रुपया लेने का लगाया आरोप
सिटी पोस्ट लाइव : जमुई में एक बार फिर निजी क्लिनिक द्वारा इलाज में कोताही बरतने का मामला प्रकाश में आया है। मामला शहर के बोधवन तालाब स्थित राधिका इमरजेंसी हॉस्पिटल का है, जहां भर्ती एक मरीज की बुधवार की रात इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके बाद परिजनों ने क्लिनिक पर जमकर हंगामा किया। साथ ही चिकित्सक के गायब रहने और लापरवाही का भी आरोप लगाया। इस दौरान लोगों की भीड़ हॉस्पिटल में लग गई. जिसके बाद हॉस्पिटल छोड़कर चिकित्सक सहित अन्य कर्मी भाग गए।
मृतक व्यक्ति की पहचान खैरा प्रखंड के सलैया गांव निवासी फूलो मियां के 60 वर्षीय पुत्र अब्बास अंसारी के रूप में हुई है। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची टाउन थाना की पुलिस द्वारा आक्रोशित लोगों को समझा- बुझा कर शांत किया गया लेकिन सभी लोग देर रात तक शव के साथ हॉस्पिटल में अड़े रहे और चिकित्सक को बुलाने की मांग करने लगे। किसी तरह स्थानीय लोगों के सहयोग से मामले को शांत कराया गया फिर परिजन शव को देर रात तकरीबन 1 बजे घर लेकर गए।
परिजन ने बताया कि बुधवार की रात व्यक्ति की अचानक तबियत खराब हो गई थी। जिसे खैरा के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया था, जहां से रेफर करने के बाद उसे मंगलवार की सुबह पांच बजे राधिका इमरजेंसी हॉस्पिटल भेजा गया था। जहां पैसा जमा करवाने के बाद उनका इलाज शुरू किया। बुधवार की शाम में उनकी तबियत अचानक बिगड़ने लगी। उसके बाद डॉक्टर को बुलाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों से कहा. लेकिन डॉक्टर नहीं पहुंचे. जिससे उनकी मौत हो गई।
परिजन ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां डाक्टर द्वारा इलाज नहीं किया जाता है, बल्कि कंपाउंडर ही मरीजों का इलाज करते हैं। इस हॉस्पिटल में तकरीबन 7 डॉक्टर के नाम की लिस्ट लगी हुई. लेकिन इन सब में से एक भी डॉक्टर नहीं रहते हैं। डाक्टर के नाम पर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जाता है।
जमुई से मो. अंजुम की आलम रिपोर्ट
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