City Post Live
NEWS 24x7

एक शव के दो दावेदार, एक हिन्दू तो दूसरा मुसलमान, सकते में है धनबाद पुलिस

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

एक शव के दो दावेदार . हिन्दू है या मुस्लिम लड़ रहे है दो परिवार। डीएनए जांच पर हो रही विचार.

सिटी पोस्ट लाइव, धनबाद ,( नीरज राउत ) : झारखण्ड के  धनबाद  की पुलिस  2 दिनों से  एक नए बखेड़े में इस कदर फंसी है कि उसे कोई उपाय नहीं सूझ रहा. एक शव के दो दो दावेदार सामने आ गए हैं. एक दावेदार हिन्दू है तो दूसरा मुसलमान है. इस शव पर दावेदारी को लेकर दो परिवारों के बीच जारी जंग में धनबाद पुलिस पिस रही है. धनबाद पुलिस ये तय नहीं कर पा रही है कि वह इस शव को किसे सौंपे.  शव का है कौन हकदार.

गौरतलब है कि  धनबाद में दो अलग अलग समुदाय  के  परिवार के बीच धनबाद के PMCH  में एक दिव्यांग  शख्स के शव को लेकर पिछले दो दिन से घमशान मचा हुआ है. हिन्दू  परिवार का कहना है कि यह शव उसके बेटे का  है और उसका हिन्दू  धार्मिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करेगा  जबकि दूसरा मुस्लिम परिवार इस शव को लेकर दावा थोक रहा है. वह शव को इस्लाम के मुताबिक़ दफनाना चाहता है. धनबाद  पुलिस पिछले तीन दिनों से परेशान है.अब  पुलिस दावे के सच्चाई को जानने के लिए दोनों परिवार के DNA का  शव के डीएनए से मिलान की योजना बना रही है.

दरअसल,  गिरिडीह जिले के गांवा के रहने वाले बुजुर्ग  बाल किशन शर्मा का कहना है कि यह शव उनके बेटे का है . दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले जब्बार अली का  दावा है कि यह शव उसके बेटे जुमारती का है. पहले पुलिस शव को जब्बार को सौंप भी चुकी थी. वह लेकर निकल भी चुका था. लेकिन बाल किशन शर्मा के दावे के बाद विवाद खड़ा हो गया. और शव को ले जा रहे एंबुलेंस को हजारीबाग के गोरहर से वापस धनबाद बुलाया गया. और अब पुलिस निर्णय नहीं कर पा रही है कि शव किसका है. शर्मा के बेटे संतोष का या जब्बार के बेटे जुमारती का. जब्बार ने अपना पता यूपी के गोंडा जिला स्थित देहात कोतवाली के टिकरीमा गाव बता रहा है.दरअसल,  सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद इस शख्स को धनबाद के पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. एक्सीडेंट गिरिडीह जिले के  निमियाघाट थाना क्षेत्र में NH 2  पर  पांच  दिन पहले हुई थी. यहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई थी. इसके बाद शव को लेकर विवाद जारी है.

जब्बार का कहना है कि उसके बेटे जुमराती के पैर में कैंसर हो गया था. एक पैर खिल्ली के नीचे काट दिया गया था. पंचनामा में ये बात सही पायी गयी थी. इसी आधार पर शव उसे सौंपा गया था. जबकि बाल किशन का कहना  हैं कि उनके बेटे संतोष का एक पैर बीमारी के कारण काटना पड़ा था. बेटे संतोष की तलाश करते हुए हम लोग डुमरी पहुंचे थे. वहा एक व्यक्ति ने  तस्वीर देखकर बताया कि उनका बेटा सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया है और उसे पीएमसीएच ले जाया गया है. इसके बाद देर शाम वे लोग पीएमसीएच पहुंचे, जहा पता चला कि उनके बेटे का शव कोई और ले गया है.

SDM  राज महेश्वरम के निर्देश पर रविवार को धनबाद के अंचलाधिकारी प्रकाश कुमार और डीएसपी विधि व्यवस्था  मुकेश कुमार  दोनों पक्षों की बातें सुनी लेकिन कोई निर्णय नहीं ले सके.अंचलाधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि शव जुमराती के बेटे का है या बाल किशन का इसका फैसला करने के लिए डीएनए जांच का निर्णय लिया गया है. इसकी कागजी तैयारी कर ली गई है. निमियाघाट पुलिस तय करेगी कि अंतिम संस्कार कैसे करना है? निमियाघाट से ही घायल अवस्था में युवक आया था. वहा की पुलिस निर्णय लेगी कि किसे शव देना है या अंतिम संस्कार कैसे करना है?

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

Comments are closed.