City Post Live
NEWS 24x7

“विशेष” : एक बार फिर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलीबारी से दहला सहरसा

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

“विशेष” : एक बार फिर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलीबारी से दहला सहरसा

सिटी पोस्ट लाइव “विशेष” : बिहार में सरकार के सुशासन के तमाम दावों की हवा निकल चुकी है। सूबे के सभी जिलों में अपराधियों की बल्ले-बल्ले है। सूबे के सहरसा जिले की बात करें, तो यहाँ अपराधियों की समानांतर सरकार चल रही है। इस जिले में सबसे सस्ती चीज इंसानी जान है। सहरसा में अपराधी पूरी तरह से बेलगाम और बेखौफ हैं। सुशासन बाबू के शासन का तेवर सहरसा में पूरी तरह से खत्म हो गया है। बदमाश इस कदर बेखौफ हैं कि उन्हें इसबात से कोई लेना-देना नहीं है कि सहरसा में पुलिस नाम की कोई चीज भी है। खाकी की हनक फीकी पड़ चुकी है। अपराधी खुलेआम घटना दर घटना को अंजाम देकर पुलिस को रोज चुनौती पर चुनौती देते जा रहे हैं लेकिन बेचारी पुलिस असहाय और निरीह दिख रही है। ताजा मामला बीते कल 12 जनवरी के दोपहर की है। सहरसा जिला मुख्यालय के शिवपुरी मुहल्ले में रंगदारी नहीं देने पर दिन-दहाड़े अपराधियों ने एक निजी स्कूल केरला बोर्डिंग स्कूल की संचालिका के साथ ना केवल जमकर मारपीट की बल्कि दहशत फैलाने की गरज से जमकर गोलीबारी भी की।

इस घटना में स्कूल संचालिका जख्मी हो गईं जिन्हें आनन-फानन में परिजनों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया है। खास बात यह है कि यह पूरी वारदात स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पुलिस अधिकारी अरविंद मिश्रा ने घायल स्कूल संचालिका का अस्पताल में ही फर्द बयान लिया और आगे की कारवाई में जुट गए। स्कूल संचालिका घायल महिला का नाम रिया देवी है जो सदर थाना क्षेत्र के शिवपुरी की रहनेवाली है और केरला बोडिंग स्कूल चलाती हैं। इस घटना के संबंध में उन्होंने बताया की 10 से 20 की संख्या में अपराधी स्कूल पर आये और गोली चलाने लगे और रंगदारी के एवज में डेढ़ लाख रुपये की मांग की और कहा कि रुपया दो, नहीं तो गोली मार कर जान ले लेंगे और तुम्हारे स्कूल को भी बर्बाद कर देंगे। इन अपराधियों का जब इतना से भी मन नहीं भरा तो वो मुक्का और बेल्ट से उन्हें मारने लगे। इस दौरान उनके साथ में 35 हजार रुपये थे, जो अपराधियों ने निकाल लिए।


स्कूल संचालिका के पति मुकेश कुमार ने कहा कि अपराधी शशि यादव मेरे स्कूल पर आया और डेढ़ लाख का डिमांड किया। हमारी पत्नी रिया जो स्कूल की प्रिंसिपल हैं और जो स्कूल भी चलाती है, उनके पास अभिभावक का दिया हुआ पैंतीस हजार रुपया था,जिसे उनकी पत्नी की जेब से अपराधियों ने निकाल लिए और जाते-जाते कहा कि सारा पैसा दे दो, नहीं तो गोली मार कर जान ले लेंगे।उन्होंने यह भी कहा कि सभी अपराधी हथियार के साथ आये थे और मैडम पर पिस्तौल तान दिया। मैडम किसी तरह वहां छिप गयी,जिस वजह से गोली ग्रिल पर लग गई। घटना को अंजाम देकर अपराधी वहां से आराम से फरार हो गए। वहीं फर्द बयान लेने पहुँचे सदर थाना के एएसआई अरविंद मिश्रा ने कहा कि स्कूल की संचालिका द्वारा बताया गया कि आज से कुछ दिन पहले शशि यादव स्कूल पर आकर डेढ़ लाख रंगदारी मांगा था। लेकिन वह पैसे नहीं दे सकी थी। आज आकर के वह उसी रंगदारी का रुपया माँग रहा था, जिसको देने में उन्होंने आनाकानी की जिसको लेकर उनके साथ मारपीट की गई और गोलीबारी कर के सारे अपराधी फरार हो गए।

वाकई जिस तरीके से गोली चलाई जा रही थी,गोया किसी फिल्म की शूटिंग चल रही हो। अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हैं,यह वाकया इस बात की ना केवल तकसीद कर रहा है बल्कि यहाँ की पुलिस निकम्मी और।हवाबाज है, इसका साबूत और जिंदा इश्तेहार भी है।इस मामले में आज सदर एसडीपी प्रभाकर तिवारी ने कमान अपने कांधे पर ले ली ही। आज उन्होंने अपराधियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की है और दो अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है। मुख्य आरोपी शशि यादव फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम बनाकर छापामारी कर रही है ।दिन के उजाले में शशि यादव फिल्मी। ईल में गोलीबारी कर रहा है। उसके अन्य साथी मारपीट कर रहे हैं ।आखिर क्या हो गया है सहरसा को ?किसकी काली नजर लग गयी है इस जिले को ?क्यों सोई पड़ी है पुलिस ?

सहरसा पुलिस कप्तान राकेश कुमार की नजर में सहरसा में अपराध हो ही नहीं रहा है। अगर आमलोग बढ़ते अपराध और पुलिस की बिगड़ैल कार्यशैली पर आवाज उठाते हैं,तो एसपी साहब उनपर मुकदमा करा देते हैं। सच मानिए सहरसा अपराधियों का तीर्थस्थल और सबसे मुफीद आरामगाह बन गया है। यहाँ अपराध सर चढ़कर बोल रहा है। विभिन्य जिलों में भी अपराधी, अपराध की घटनाओं को अंजाम देकर, इसी जिले में आकर छुपते हैं। अपराधियों को इस बात की पूरी तसल्ली है कि सहरसा में वे महफूज हैं।सहरसा पुलिस से उन्हें कोई खतरा नहीं है। सहरसा पुलिस सदैव अपराधियों की सेवा के लिए तत्पर है।

पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष” रिपोर्ट

- Sponsored -

-sponsored-

-sponsored-

Comments are closed.