सिटी पोस्ट लाइव :पटना सिटी के गायघाट महिला रिमांड होम का मामला अब गर्माता जा रहा है.अब बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी ने सरकार पर सीधा निशाना साधा है. उन्होंने मामले को लेकर मंत्रियों के साथ साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी लपेटे में ले लिया है.राबड़ी देवी ने कहा कि आश्रय गृहों के अधिकारी सत्ताधारी दलों के नेताओं से जुड़े हुए हैं. मुजफ्फरपुर आश्रय गृह कांड में भी जदयू का मंत्री शामिल था। तब सरकार ने पहले मंत्री को क्लीनचिट दे दी थी. बाद में इस्तीफा लिया. इसबार भी समाज कल्याण मंत्री जदयू कोटे से ही आते हैं तभी तो बिना जांच के क्लीनचिट दे दी गई. पीडि़ता न्याय के लिए भटक रही है, लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की है.
गौरतलब है कि एक महिला ने पटना के आश्रय गृह में मुजफ्फरपुर जैसी घटनाओं का ही आरोप लगाया है.रिमांड होम से फरार इस महिला ने आश्रय गृह में रहने वाली महिलाओं से देह व्यापार कराये जाने का आरोप लगाया है.उसका आरोप था कि रिमांड होम की महिलाओं को प्रताडि़त कर जहां-तहां भेजा जाता है. अब राबड़ी देवी ने कहा कि सबकुछ राज्य सरकार की जानकारी में है.गौरतलब है कि patna हाईकोर्ट भी मामले पर संज्ञान ले चूका है.समाज कल्याण विभाग और पटना पुलिस को फटकार लगा चूका है.
पटना के गायघाट रिमांड होम में यौन शोषण के मामले में शुक्रवार को पीडि़त युवती की समाज कल्याण विभाग में काउंसलिंग कराई गई. महिला विकास मंच की अध्यक्ष वीणा मानवी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम पीडि़ता को लेकर समाज कल्याण विभाग पहुंची. वहां तीन अधिकारियों के समक्ष पीडि़ता की तीन घंटे काउंसलिंग चली. पीडि़ता ने आपबीती सुनाई. वीणा मानवी ने बताया कि काउंसङ्क्षलग के दौरान पीडि़ता की बातों को नोट किया गया. युवती को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एसएसपी को वाट्सएप पर आवेदन भेजा गया है. शनिवार को उन्हें पत्र सौंपा जाएगा.
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