सिटी पोस्ट लाइव : नेपाली लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर बिहार के रास्ते उन्हें मुंबई भेजे जाने के एक बड़े ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट का पर्दाफाश हुआ है.सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी (GRP) पुलिस ने सात नाबालिग लड़कियों को बरामद किया है. इन लड़कियों को ट्रेन के जरिये देश के महानगरों मे ले जाने की तैयारी चल रही थी. शक होने पर जब जीआरपी पुलिस ने पूछताछ की तो सारा मामला खुल कर सामने आ गया. बरामद सभी नाबालिग लड़कियां (Minor Girls) पड़ोसी मुल्क नेपाल (Nepal) की हैं जिन्हें बहला फुसलाकर महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था.
सभी लड़कियों को फिल्म में काम कराने का प्रलोभन दिया गया था. बरामद लड़कियों के परिजनों ने नेपाली पुलिस से लड़कियों के अपहरण की शिकायत दर्ज करायी थी. जीआरपी ने इस मामले को लेकर नेपाल पुलिस को सूचना दी जिसके बाद सीतामढ़ी नेपाल पुलिस भी पहुंची. लड़कियों की काउन्सिंग करने के लिये मौके पर चाईल्ड लाईन के लोगों को बुलाया गया है. चाईल्ड लाईन ने बरामद लड़कियो के अभिभावकों को भी इस आशय की सूचना दी है. फिलहाल सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर बरामद लड़कियों से पूछताछ की जा रही है.
गौरतलब है कि 3 मार्च को सीतामढ़ी के भारत-नेपाल सीमा पर से एक युवती समेत तीन नेपाली महिलाओं को एसएसबी के जवानों ने बरामद किया था. सीतामढ़ी के सोनबरसा के भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी की इस कार्रवाई से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये थे. बताया गया कि सभी लड़कियों को भारते के रास्ते इराक ले जाकर बेचने की तैयारी थी लेकिन एसएसबी की सक्रियता की वजह से सभी को बचा लिया गया था.
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