नेपाल से बुलाया गया था पटना के मोबाइल व्यवसाई की हत्या के लिए शूटर
व्यवसायी से लूटी राशि में से 16 लाख व हत्या में इस्तेमाल कार बरामद
सिटी पोस्ट लाईव : मोतिहारी में पटना के मोबाइल व्यवसायी अरविंद कुमार चौधरी की हत्या के लिए नेपाल से हत्यारे को बुलाया गया था. इस हत्या की शाजिष नेपाल के एक व्यवसायी ने रची थी.उसने नेपाल से शूटर को पटना के व्यापारी अरविंद की हत्या के लिए भेजा था. पटना से रक्सौल जाने के दौरान 25 जून को सुगौली थाना क्षेत्र के छपरा बहास रोड में व्यवसायी अरविंद व उसकी गाड़ी के चालक वीरू को गोली मार दी गई थी. व्यवसायी का शव उसकी गाड़ी से रामगढ़वा थाना क्षेत्र से बरामद किया गया था.
पुलिस ने रामगढ़वा थाना क्षेत्र के इनरवा गांव से घटना में शामिल तीन अपराधियों बृज प्रसाद यादव, सुजीत कुमार उर्फ सुजीत यादव उर्फ छोटू व अनिल यादव को गिरफ्तार किया है.सुजीत व अनिल सगे भाई हैं और बृज प्रसाद यादव सुजीत का पिता है. प्रभारी एसपी ने बताया कि बदले की भावना से सुजीत ने व्यवसायी की हत्या के लिए नेपाल के व्यवसायी अनिल व्याहुत ने शूटर पप्पू गिरि को भेजा था.
व्यवसायी की हत्या व चालक को गोली मारने में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद हो गया है. गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर 9 एमएम की दो पिस्टल, 3.15 का एक कट्टा, 7.65 एमएम का दो कारतूस व 3.15 एमएम का 5 कारतूस बरामद किया गया है. पूछताछ में सुजीत ने बताया कि लूटी गई राशि का बंटवारा नहीं हुआ है. उसे छुपाकर रखा गया है. उसकी निशानदेही पर लूटी गई राशि में से 16 लाख रु. बरामद किए गए. व्यवसायी की हत्या में प्रयुक्त अपराधियों की क्वीड गाड़ी, बाइक बरामद किया गया है.
गिरफ्तार अपराधी सुजीत ने बताया कि वह शूटर पप्पू के साथ व्यवसायी की गाड़ी में बैठा था. सुजीत ने वीरू को गोली मारी. पप्पू ने व्यवसायी को गोली मार दी. गोली लगने के बाद दोनों भागने लगे तो पप्पू ने व्यवसायी को खींचकर गाड़ी में बैठा लिया और एक और गोली मार कर उसे मौत की नींद सुला दिया.हत्या के बाद गाड़ी लेकर मझौलिया की तरफ भागने लगे.लेकिन जब गाड़ी कीचड़ में फंस गई तो शव को गाड़ी में ही छोड़कर फरार हो गए. सुजीत ने खुलासा किया कि व्यवसायी के लिए वह नेपाल से मेमोरी कार्ड, चार्जर का चिप व्यवसायी के पटना के बाकरगंज स्थित कार्यालय में पहुंचाता था. गत 2 अप्रैल को 28.90 लाख का सामान उसे नशा खिलाकर लूट लिया गया था. उसे जमीन बेचकर इसे चुकाना पड़ा. इसके बाद उसने व्यवसायी के कार्यालय में लूटा गया बैग देखा तो उसे पता चला कि व्यवसायी ने ही लूट कराई थी.इसी के बाद उसने बदला लेने की साजिश रची.
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