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म्यांमार बॉर्डर से बड़े पैमाने पर हो रही हैं सोना व मादक पदार्थों की बिहार में तस्करी

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में शराबबंदी के बाद दूसरे मादक द्रव्यों की तस्करी बहुत बढ़ गई है. तस्कर भारत-म्यांमार बॉर्डर के जरिये विदेशी सोना, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, खाद्य पदार्थ से लेकर नकली नोट व मादक पदार्थ द्रव्यों के बड़े बड़े कंसाइनमेंट बिहार समेत दूसरे राज्यों में पहुँच रहे हैं.राजस्व खुफिया निदेशालय और  कस्टम विभाग की पड़ताल में ये बात उजागर हुई है. एजेंसियों की तफ्तीश में यह बात सामने आई है कि मादक पदार्थों की तस्करी का ग्राफ बहुत बढ़ गया है. बीते छह महीने में म्यांमार बॉर्डर के जरिए लाए गए करोड़ों के विदेशी सोना, हेरोइन-गांजा से लेकर विदेशी कपड़े, सिगरेट आदि की खेप विभिन्न एजेंसियों द्वारा जब्त की जा चुकी है.

मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए  सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों ने नेपाल और बांग्लादेश की सीमा पर चौकसी  बढ़ा दी है . तस्करों के ऊपर म्यांमार बॉर्डर से लेकर नेपाल बॉर्डर पर नजर रखी  जा रही है.उन गावों पर भी जांच एजेंसियां नजर टिकाये हुए हैं जो बॉर्डर से सटे हैं और तस्करों के नेटवर्क से जुड़े हुए हैं.इन्हीं गावों के लोगों के जरिये तस्कर बिहार के कोने कोने तक मादक पदार्थों को पहुंचाने का काम करते हैं. कम मेहनत में ज्यादा कमाई के लालच में नौजवान तस्करों के नेटवर्क से बड़ी तादाद में जुड़ चुके हैं. तस्करों के इस नए नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए खुफिया एजेंसियों द्वारा बॉर्डर से सटे गावों में विशेष ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं.

म्यांमार बॉर्डर पार करने पर सबसे पहले आधा दर्जन सीमावर्ती राज्यों नगालैंड, मिजोरम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, असम आदि के विभिन्न जिलों में विदेशी सामान या मादक पदार्थ आदि के कंसाइनमेंट की डिलिवरी होती है. इसके बाद तस्करों का नेटवर्क तस्करी के सामान को विभिन्न राज्यों में खपाने में अहम रोल निभाता है. जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक बिहार के साथ ही पड़ोसी राज्य झारखंड व यूपी के विभिन्न इलाकों में विदेशी सोना की अधिक खपत हो रही है. खासकर कम कीमत होने की वजह से शादी के मौसम में डिमांड बढ़ जाती है. सोना तस्करों के नेटवर्क में बिहारशरीफ से लेकर धनबाद तक के कैरियर शामिल हैं. सप्लाई के दौरान अमूमन कैरियर अपनी कमर के बेल्ट के अंदर विदेशी सोना के छोटे-बड़े बिस्कुट छिपा कर ले जाते हैं.

सीमावर्ती जिलों में तस्करी का सामान पहुंचने के बाद उसे ट्रेन के रास्ते देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाया जाता है. पिछले कुछ महीने में डीआरआई ने विदेशी सोना या नकली नोट के आधा दर्जन तस्करों को ट्रेन या स्टेशन एरिया में पकड़ा है.उनके पास से  सोना के तीन कंसाइनमेंट बरामद किए जा चुके हैं. इसके अलावा कस्टम ने भी विभिन्न ट्रेनों के पार्सल वैन से करोड़ों कीमत के विदेशी कपड़े, खाद्य पदार्थ, सिगरेट, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान आदि जब्त किए हैं.

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