पूर्व मेयर हत्याकांड : शंभू – मंटू गिरोह ने दिया शूटआउट को अंजाम, 5 लोग हिरासत में
सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर सिंह हत्याकांड में पुलिस को अहम् सुराग मिल चुके हैं. गौरतलब है कि हत्या के 12 घंटे के अन्दर ही मुजफ्फरपुर की एसएसपी हरप्रीत कौर ने शूटरों की पहचान कर लेने का दावा किया था.पुलिस सूत्रों के अनुसार लैंड डीलिंग के विवाद में समीर कुमार की हत्या गैंगस्टर शंभू – मंटू ने कराई है. गैंगस्टर शंभू – मंटू गिरोह बिहार में सीपीडब्यूडी के प्रमुख तेकेदार हैं.
पुलिस सूत्रों के अनुसार पूर्व मेयर पर AK -47 से हमला करनेवाले दोनों शूटरों की पहचान हो गई है. शंभू – मंटू दोनों अभी जेल से बाहर है. कुछ साल पहले इनमें से एक को पुलिस ने हरिद्वार में पकड़ा था. दूसरे ने बाद में पटना में एसएसपी मनु महाराज के सामने आत्म-समर्पण किया था. शंभू – मंटू गिरोह के पास एके – 47 है. दोनों के ताल्लुकात मुजफ्फरपुर से हैं. वैसे इन दोनों अपराधियों का आर्थिक साम्राज्य कई सौ करोड़ का हो चुका है. लेकिन समीर कुमार से ठन इसलिए गई कि उन्होंने जमीन के विवाद में बात उठा दी. पुलिस कह रही है कि दोनों के बीच बातचीत होने के रिकार्ड मिल रहे हैं.
पुलिस के अनुसार शंभू – मंटू गिरोह ने अभी यूपी और उत्तराखंड को अपना अड्डा बना लिया है. वहीँ से दोनों ऑपरेट कर रहे हैं. समीर कुमार से अदावत के मूल में मुजफ्फरपुर के कल्याणी की एक लैंड डील बताई जा रही है.मुजफ्फरपुर इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. अबतक इस मामले में पुलिस 5 लोगों को हिरासत में ले चुकी है.उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. तिरहुत रेंज के आईजी सुनील कुमार के अनुसार बहुत जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी हो जायेगी .
बिहार में मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार और उनके ड्राइवर की हत्या में इस्तेमाल AK-47 का मुंगेर कनेक्शन होने की ख़बरों ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. हाल ही में मुंगेर से पुलिस ने आठ AK-47 राइफलें बरामद की थी, जो जबलपुर आयुध कारखाने से तस्करी के जरिए मुंगेर पहुंची थी.जबलपुर आयुध कारखाने से तस्कीर के काम में वहीं से रिटायर्ड पुरुषोत्तम लाल और सुरेश ठाकुर शामिल थे. दोनों ने बताया है कि 2012 से लेकर अब तक लगभग 100 AK-47 राइफल मुंगेर लाकर बेच चुका है. अंदेशा है कि ये राइफल नक्सलियों, अपराधियों और आतंकियों के हाथों बेच दी गयी होंगी.
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