सांसद हरी मांझी का पुत्र गिरफ्तार, शराब पीकर पत्नी-बच्चों से कर रहा था मार-पीट
सिटी पोस्ट लाइव– बिहार सरकार शराबबंदी की लाख दावे कर ले लेकिन आज भी शराब लोगों को आसानी से मिल जा रही है. ताजा मामला गया के जनप्रतिनिधी के परिवार से जुड़ा है. गया के निवर्तमान सांसद हरि मांझी के छोटे बेटे राहुल कुमार ने शराब के नशे में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अपनी मां और गर्भवती बहन की बेरहमी से पिटाई कर दी. इस संबंध में मगध मेडिकल थाना के वीर कुंअर सिंह कॉलोनी रोड नंबर 9 से पुलिस ने गया आरोपी सांसद पुत्र राहुल कुमार को गिरफ्तार किया है. शनिवार को कोर्ट में सुनवाई के बाद जेल भेज दिया जाएगा.
मिली जानकारी के अनुसार गया के सांसद हरि मांझी के छोटे बेटे राहुल कुमार ने शुक्रवार को शराब के नशे में हैवानियत की सारी हदें पार कर दी. नशे की हालत में वीर कुंवर सिंह कॉलोनी रोड नंबर नौ स्थित आवास पर सुबह 11 बजे पत्नी सोनम देवी को बेल्ट से पीटा. इस संबंध में प्रशिक्षु डीएसपी सह मेडिकल थानाध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि मारपीट की सूचना सांसद हरि मांझी ने उनको दी, इसके बाद पुलिस वहां पहुंची. जब पुलिस अधिकारियों वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि राहुल मारमीट कर रहा था. उसे पकड़कर थाना ले जाया गया. मेडिकल जांच में उसके शराब पीने की पुष्टि हुई है.
इस मामले को लेकर सांसद के बेटे राहुल की पत्नी सोनम देवी ने थाने में लिखित आवेदन दिया है. इसमें कहा गया है कि उसे पीटता देख बचाने के लिए उसकी सास करमी देवी आयी. राहुल उन्हें भी मारने लगा. यह देखकर बहन सुमन कुमारी मां को बचाने आगे आयी. वह गर्भवती है, राहुल कुमार उसे भी मारने लगा. उसकी हैवानियत इसके बाद भी शांत नहीं हुई. उसने तीन वर्ष के अपने बेटे आदित्य व दो वर्ष की बेटी अनुरागिनी को भी पटक दिया. पिटाई से जख्मी हुई राहुल की पत्नी सोनम देवी का इलाज अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.
इस दौरान राहुल की जख्मी पत्नी सोनम देवी ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2014 में शादी हुई है, शादी के बाद से अक्सर वे शराब के नशे में उसके साथ मारमीट करता रहता है. सोनम देवी के बयान पर मेडिकल थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, शनिवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया जायेगा. राहुल इससे पहले भी शराब पीकर हंगामा करने के मामले में जेल जा चुका है.मगध मेडिकल थाना के कांड संख्या 229/16 जो 14 दिसम्बर 2016 की घटना है.वहीं बोधगया कांड संख्या 245/18 जो 21 अप्रैल 2018 की घटना है.
मालूम हो कि बिहार सरकार जोर शोर से यह दावे करती रही है कि उसने शराबबंदी करके कई लोगों कि जिन्दगी बचाई है तथा बिहार में पुरी तरह से शराब बंद है. लेकिन समय-समय पर शराबियों की करतूते सामने आ ही जाती हैं. अक्सर जनता के तरफ से प्रशासन पर भी इस मामले में आरोप लगते रहते हैं कि वह शराब कारोबारियों से पैसे लेकर उन्हें शराब बेचने की खुली छुट देती है जिससे भी इसपर पूर्ण रूप से नियंत्रण नहीं लग पा रहा है.
जे.पी.चंद्रा की रिपोर्ट
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