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लूटेरा निकला घर का चिराग, मां-बहन को बर्दाश्त नहीं हुआ सदमा, मौत से पहले छोड़ा सुसाइड नोट

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सिटी पोस्ट लाइव : किसी परिवार के लिए सबसे बड़ा सदमा तब होता है, जब घर का सदस्य अपराधी बन जाए. इसके बाद उसके बाद परिवार के सदस्यों पर क्या गुजरती है. ये सिर्फ उन्हें पता होता है. कई लोग इस सदमें से निकलने में कामयाब हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोग अपनी जिन्दगी ही ख़त्म करने जैसी बड़ी घटना को अंजाम देते हैं. ऐसे ही मामला सारण जिले से सामने आया है. जहां घर का चिराग अपराधी निकला. जिसके बाद ये सदमा मां और बहन को बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने  अपनी जिन्दगी खत्म कर ली.

बता दें पिछले दिनों सारण जिले के मढ़ौरा के इसरौली पेट्रोल पंप के पास सोमवार को बाइक सवार पांच अपराधियों ने हथियार के बल पर कैशवैन से 40 लाख रुपए लूट लिए। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। उसके घर से लूट के छह लाख रुपए भी बरामद हुए थे. बुधवार को आरोपी की मां और बहन से ये सदमा बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने खुदखुशी कर ली.

आरोपी की बहन रूपा कुमारी ने मौत को गले लगाने से पहले सुसाइड नोट छोड़ा है. जिसमें उसने पुलिसवालों से कहा है कि आप लोग नहीं समझेंगे क्योंकि कानून सिर्फ पैसे वालों की बात सुनती है. मेरे मां-बापा हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा और बेटी भविष्य में कुछ अच्छा काम करें लेकिन अफसोस उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका। हम लोग गरीब जरूर हैं लेकिन गलत नहीं है और मेरे पापा हमेशा से हम सबको एक ही बात समझाते हैं कि बेटा मर जाना मगर कभी गलती ना करना. मेरे पापा बहुत बदनसीब हैं मेरे पापा का सपना पूरा ना हो सका.

बहन ने सुसाइड नोट में आगे लिखा है कि मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि मेरे पापा को गलत ना समझें. प्लीज प्लीज प्लीज मेरे पापा खुद हमेशा सोनू से इस सब के कारण नाराज रहते थे. इसमें उसका भी कोई कसूर नहीं है जब वह सही था तब उसे विनोद पांडे की बेटी ने अपने प्यार के जाल में फंसा लिया और उसे अपने साथ भागने को मजबूर कर दिया. तब सोनू उस समय तो चला गया लेकिन उसके बाद हम लोगों की इज्जत का कचरा किया. विनोद के पूरे परिवार के कारण वह और बिगड़ गया. पापा हम आप की यह हालत नहीं देख सकते. हम कभी नहीं सोचे थे कि कोई आप पर ऐसे हाथ उठाए पर ऐसा हुआ. पुलिस किसी का दर्द नहीं समझती.

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