20 हजार में मां ने बेटी का कर डाला सौदा, मोल-भाव में पेंच फंसने से फूटा भांडा
सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर से मां द्वारा नवजात बेटी को बेचने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. मानवता को झकझोर देने वाली इस घटना को, जिसने जाना दांतों तले ऊँगली दबा बैठा. मात्र 20 हजार रुपए के लिए कलयुगी मां की ऐसी निर्ममता कि नवजात बेटी को ही बेचने लगी. दरअसल इस मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब दोनों पक्षों में मोल-भाव को लेकर पेंच फंसा. बताया जाता है कि बच्चे की मां सीतामढ़ी की रहने वाली आशा देवी है और खरीदने वाली महिला मुजफ्फरपुर की संजू देवी है. आशा को पहले से पांच बेटियां थीं. जब छठी बेटी का जन्म हुआ तो उसने अस्पताल में ही दुधमुंही बच्ची का सौदा कर डाला.सीतामढ़ी की आशा देवी ने बीते 15 सितम्बर को मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में इस नवजात बच्ची को जन्म दिया. पहले से 5 बेटियों के मां-बाप आशा और उसके पति अशोक दास को यह बच्ची मंजूर नहीं थी. इस वजह से दोनों ने चुपके से मुजफ्फरपुर के अहियापुर की रहने वाली संजु देवी को महज 20 हजार रुपए में अपनी बेटी को बेच दिया. चूंकि नवजात बेटी थी इसलिए सौदा भी उधार में हो गया. मंलगवार को आशा फिर से एसकेएमसीएच पहुंची ताकि बेटी के जन्म का सरकारी लाभ उसे मिल सके. लेकिन पैसों के लेन-देन के सवाल पर मामला बिगड़ गया. जहां संजू सरकारी लाभ लेना चाहती थी तो वहीँ आशा उसे छोड़ने को तैयार नहीं थी. बात इतनी बढ़ गई है कि एसकेएमसीएच हॉस्पीटल परिसर में हंगामा मच गया. बच्ची को खरीदने वाली संजु देवी खुले तौर पर खरीद-फरोख्त की बात स्वीकार करती है लेकिन बच्ची की मां आशा इससे इनकार कर संजु पर बच्चा छीनने का आरोप लगा रही है. पुलिस ने इस मामले में नवजात का सौदा होने की पुष्टि की है. पुलिस ने फिलहाल बच्ची को उसके असली मां के हवाले कर दिया है, लेकिन उनका कहना है कि बच्चों का सौदा अपराध है. इस मामले की गहराई से जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि एक मां द्वारा खुद की बच्ची का सौदा करना न सिर्फ अपराध है बल्कि ममता को भी कलंकित करता है. बेटे की चाह में आशा देवी ने छठी बच्ची को जन्म दिया. लेकिन बेटी होने के कारण उसकी ममता खत्म होकर, लालच का रूप धारण कर लिया.
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