सिटी पोस्ट LIVE – सोमवार की रात सीवान में MLC प्रत्याशी रईस खान के काफिले पर AK 47 से फायरिंग की गई। इस जानलेवा हमले में एक युवक की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हैं। रईस खान निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में है। उसके समर्थकों का दावा है कि राजनीतिक रंजिश में ये हमला किया गया है।
राजनीतिक प्रभाव बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहा रईस खान सीवान में एक बड़ा नाम है। खास कर अपराध जगत में। पिछले कुछ वर्षों से वह राजनीति में प्रभाव बढ़ाने के लिए हाथ-पांव मार रहा है। रईस 2003 में इंस्पेक्टर की हत्या कर सुर्खियों में आया था। जिले में खान ब्रदर्स अपराध के क्षेत्र में 2 दशक से सक्रिय है।
सीवान के पूर्व सांसद दिवंगत डॉ. मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत के बाद इस क्षेत्र के कई लोग अपराध की दुनिया में बादशाहत साबित करने की कोशिश करने लगे थे। इसमें सबसे अव्वल दर्जे पर पूर्व जदयू नेता रईस खान का ही नाम था। अयूब-रईस खां गिरोह का लंबे समय से अपराध का साम्राज्य रहा है। राज्य से लेकर देश की राजधानी तक इसका खौफ था
अपराध के क्षेत्र में दो दशक से सक्रिय सिसवन थाने के ग्यासपुर निवासी रईस खां पर सर्वाधिक मामले उनके गृह थाना सिसवन में ही दर्ज हैं। रईस पर वर्ष 2002 में सिसवन थानाध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद पर रात्रि गश्त के दौरान जानलेवा हमला, वर्ष 2002 में मनोज श्रीवास्तव की हत्या, वर्ष 2003 में चैनपुर ओपी प्रभारी बीके यादव की हत्या के मामले दर्ज हैं। वर्ष 2004 में ही अपहरण कर हत्या के अलावा वर्ष 2007 में जानलेवा हमला, आधा दर्जन से अधिक लूट के मामले दर्ज हैं। रंगदारी के आरोप रईस पर आए दिन लगते रहे हैं। पुलिस का मानना है कि अधिकतर मामलों में भय से लोग शिकायत दर्ज नहीं कराते थे।
झारखंड के गोड्डा जिले के एक एक्सक्यूटिव इंजीनियर के अपहरण में रईस गिरोह का नाम सामने आया था। अपराधियों ने फिरौती की रकम के रूप में 25 लाख रुपए की मांग की थी। यह रकम परिजनों द्वारा देने के बाद ही इंजीनियर मुक्त हुए थे। वहीं, ओडिशा के राउरकेला में व्यवसायी दंपती के अपहरण की कोशिश में चालक की हत्या हुई थी। इसमें पुलिस रईस खां को आरोपित बनाते हुए तलाश कर रही थी। हरिशंकर अपहरण में भी रईस का नाम जोड़ा गया था। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में रईस खां को सीवान के रघुनाथपुर थानाक्षेत्र के ग्यासपुर स्थित उसके गांव से गिरफ्तार किया गया था।
29 मई 2016 को सीवान के तत्कालीन एसपी सौरभ कुमार साह ने रईस खां की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का इनाम घोषित किया था। अपहरण सहित 50 से अधिक संगीन अपराध में वांछित रहा है।
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