सिटी पोस्ट लाइव : एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओबैसी दो दिनों की सिमांचल यात्रा को लेकर राजनीति गरमाई हुई है.असदुद्दीन ओबैसी वहां पदयात्रा करेंगे.पिछले चुनाव में उनकी पार्टी के पांच विधायक बने थे लेकिन RJD ने प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर सभी विधायकों को तोड़ लिया.अब अख्तरुल ईमान ही एकलौते पार्टी के विधायक बचे हैं जो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं.अख्तरुल ईमान ने कहा कि पूरे बिहार में प्रतिव्यक्ति आय अगर कहीं सबसे कम है तो वह सीमांचल में है. सरकारी नौकरियों में कम हिस्सेदारी है. नदियों पर पुल नहीं होने की वजह से पांच किमी की दूरी 40 किमी तय करनी पड़ती है. यहां से 70 फीसदी युवाओं का बड़ी संख्या में यहां से पलायन कर रहा है.
उन्होंने सरकार पर सीमांचल के साथ इंसाफ नहीं करने का आरोप लगाते हुए देश के संविधान की धारा 371 के तहत सीमांचल डेवलपमेंट कौंसिल बनाने का प्रस्ताव केन्द्र को भेजे जाने की मांग की. जिस तरह से बिहार सरकार केन्द्र सरकार से बिहार के लिए विशेष पैकेज की मागं करती है ठीक उसी तरह बिहार सरकार सीमांचल को विशेष पैकेज प्रदान करे. उन्होंने कहा कि विधान सभा में मैं मनहूस लगता हूं तो मुझसे विधान सभा से त्यागपत्र ले लो, लेकिन सीमांचल डेवलपमेंट कौंसिल का गठन कर दो. सीमांचल का डेवलपमेंट कर दो, मैं विधान सभा की मेंबरशिप छोड़ दूंगा.उन्होंने कहा कि सीमांचल के टैक्स के पैसे से ही बिहार के शहरों को सजाया जा रहा है.
पूर्णिया में हुई महागठबंधन की रैली पर अख्तरुल ईमान कहते हैं कि सीमांचल के लोगों को लगा था कि तेजस्वी यादव रैली में उनके लिए कुछ खास लेकर आएंगे, लेकिन लोग ठगे गए. बीजेपी से डराओ और वोट लो की राजनीति महागठबंधन की है. उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी को बी टीम कहने वाले अपने गिरेबान में झांकें. जेडीयू और आरजेडी दोनों का मामला वही है. 1990 में बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई थी ये तेजस्वी अपने पिता जी से पूछ लें.
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