नगर निगम में चल रहा मजदूर घोटाला, दस की हाजिरी लगा पांच लोगों से लेते हैं काम
सिटी पोस्ट लाइव : राजधानी पटना के गुलजारबाग अंचल के अगमकुआं पुल पर सफाईकर्मी मजदूर घोटाला प्रकाश में आया है. बताया जाता है कि नगर निगम द्वारा मजदूरों की संख्या दस है लेकिन काम पर महज 5 से 6 लोग ही आते हैं. इस बात की जानकारी जब सुपरवाईजर साहब से ली गई तो पहले तो उन्होंने बताया कि पुल पर सफाई के लिए 10 मजदूर हैं, लेकिन उनसे जब पूछा गया कि यहां तो 5 मजदूर ही काम पर आते हैं तो उनकी घिघी बंध गई. वही मजदूरों का कहना है कि नगर निगम में हाजिरी तो दस लोगों की लगाई जाती है लेकिन 4 से 5 आदमी ही काम पर लगाया जाता है. सफाई एरिया काफी बड़ी होती है, जिसके कारण आये दिन सफाईकर्मियों में काम को लेकर तूतू-मैमै होती रहती है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 5 मजदूरों का पैसा इंस्पेक्टर और जमादार के पॉकेट में जाता है. 50 हजार रुपये हर महीने एक ड्यूटी पॉइंट से घोटाला होता है, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है की पूरे अंचल में कई लाख रुपये का मजदुर घोटाला हर महीने किया जा रहा है. लेकिन निगम के किसी भी अधिकारी का ध्यान इस घोटाले पर नहीं है. स्वच्छता के इतने सघन अभियान के बाद भी सफाईकर्मियों की स्थिति को कोई देखने वाला नहीं है, जबकि मजदुर सुबह से ही कचरे और गंदगी को साफ करते रहते हैं.यही नहीं इन मजदूरों का कोई भी अधिकारिक डेटा नहीं रखा जाता है.
गौरतलब हो की राजधानी के वार्डों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाने की बात पटना नगर निगम की स्थाई समिति की बैठक में लिया गया था. जो खरा नहीं उतर सका. यही नहीं मजदुर घोटाला रोकने के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम से सफाई मजदूरों की हाजरी लगाने का भी फैसला लिया गया था, लेकिन जो स्थिति देखने को मिल रही है, उससे साफ़ पता चलता है कि करप्शन की आंच अन्दर तक फैली हुई है.
पटना सिटी से नविन कुमार की रिपोर्ट
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