खगड़िया में सता पक्ष-विपक्ष के दो लेडी डॉन का आतंक, दोनों पर लगा गुंडागर्दी का आरोप
पुलिस की मौजूदगी में जमीन कब्ज़ा करने और गोलीबारी करने का लगा आरोप, पुलिस बंधी अंधी
खगड़िया में सता पक्ष-विपक्ष के दो लेडी डॉन का आतंक, दोनों पर लगा गुंडागर्दी का आरोप
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार के लिए उसके विधायक ही सर दर्द बन गये हैं.खगड़िया में गुरुवार को पुलिस के सामने जो कुछ हुआ, उससे ईलाके के लोग दहल गए.रणवीर यादव की दो पत्नियाँ एक बेशकीमती जमीन पर कब्ज़ा जमाने पहुँच गई .रणवीर यादव की पत्नी जेडीयू विधायक पत्नी पूनम देबी का कहना है कि यह उनकी जमीन है और उसके ऊपर कब्ज़ा करने कोई पहुंचा था. उनका आरोप है कि जब दोनों बहन अपनी जमीन पर पहुंची तो विरोधी पक्ष ने पुलिस के सामने गोलीबारी शुरू कर दी. ये जमीन किसका था ,ये तो शासन -प्रशासन जाने. लेकिन जिस तरह से सत्ताधारी दल की विधायक उनम देबी और आरजेडी नेता कृष्णा देबी अपने हथियारबंद लोगों के साथ वहां पहुंची और जिस तरह से सरेआम दिन दहाड़े गोलीबारी की घटना हुई, उसको लेकर सवाल उठने लगा है.
दिन दहाड़े पुलिस की मौजूदगी में गोलीबारी शुरू हो गई. गोलियों की तडाहट से ईलाका गूंज उठा.लोग गोलियों की आवाज सुनकर भागने लगे. लेकिन जेडीयू नेता रणवीर यादव की दोनों पत्नियाँ पूनम-देबी और कृष्णा देबी वहां डटी रहीं. लेकिन जिस तरह से दिन-दहाड़े गोलीबारी हुई पुलिस की मौजूदगी में उसके वावजूद पुलिस का ये कहना कि उसे गोलीबारी की कोई सूचना नहीं, कई सवाल खड़े करता है. अगर विरोधी पक्ष ने गोलीबारी की होती तो पुलिस ने कारवाई की होती ना कि ये कहती नजर आती कि उसे गोलीबारी की कोई सूचना नहीं है.
पूरा ईलाका गोलीबारी से दहल उठा लेकिन पुलिस का कहना है कि उसे गोलीबारी के बारे में कोई सूचना नहीं हैरान करने वाली खबर है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पूनम देबी और कृष्णा देबी की जमीन पर कोई कब्ज़ा करने की हिम्मत नहीं जुटा सकता.दूसरे की विवादित जमीन पर जबरन पूनम देबी और कृष्णा देबी ने कब्ज़ा करने की कोशिश की. उन्होंने ही गोलीबारी की और पुरे ईलाके में दहशत फैला दिया. दहशत इसलिए फैला कि पुलिस की मौजूदगी में गोलीबारी हुई लेकिन पुलिस ये कहती नजर आई कि उसे गोलीबारी की कोई सूचना नहीं. गौरतलब है कि पुलिस की मौजूदगी में गोलीबारी होने का आरोप खुद सत्ताधारी दल की विधायिका पूनम यादव लगा रही हैं.
दूसरे पक्ष का आरोप है कि उसकी जमीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश विधायक पुनाम देबी ने किया. उन्होंने ही पुलिस की मौजूदगी में गोलीबारी की. कौन झूठ बोल रहा है, कौन सच, ये तो जांच के बाद पता चलेगा .लेकिन जिस तरह से पुलिस अपनी मौजूदगी में हुई गोलीबारी की घटना से ही इंकार कर रही है, उससे निष्पक्ष जांच की उम्मीद कैसे की जा सकती है?
गौरतलब है कि पूनम देबी जेडीयू की विधायिका हैं और उनकी बहन कृष्णा देबी आरजेडी की नेता हैं. दोनों सगी बहन हैं. लेकिन उनकी पार्टी अलग अलग है. स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों के एकसाथ होने की वजह से पुलिस की मुश्किल बढ़ गई है. वह फैसला नहीं कर पा रही कि किसका पक्ष लेना है और किसके खिलाफ कारवाई करना है. क्योंकि आरोपी में से एक जेडीयू की विधायिका है तो दूसरी आरजेडी की नेता है. दोनों जेडीयू के बाहुबली नेता रणवीर यादव की पत्नी हैं. यानी नेता जेडीयू का और एक पत्नी विधायक जेडीयू का तो दूसरी नेता आरजेडी का. जाहिर है, ऐसे में विपक्ष भी इसको मुद्दा नहीं बना सकता .सिटी पोस्ट लाइव इस बात की पुष्टि नहीं करता कि दोषी कौन है? गोलीबारी किसने की.लेकिन विडियो में गोलीबारी की आवाज और लोगों के बीच भगदड़ साफ़ दिख रही है. कौन दोषी है, ये जांच का विषय है .लेकिन पुलिस सच पर पर्दा डालने की कोशिश का रही है, इसमे शक की कोई गुंजाइश नहीं है.वैसे किसी भी अंतिम निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए निष्पक्ष जांच जरुरी है.
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