सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सुपौल से एक वरिष्ठ पत्रकार की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है.खबर के अनुसार पत्रकार महाशंकर पाठक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है.मृतक महाशंकर इलाके में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति थे. वह सौभाग्य मिथिला, आर्यवर्त, राष्ट्रीय प्रसंग पत्रिका में कार्य कर चुके थे. उनकी कई रचना विभिन्न प्रकाशन के माध्यम से प्रकाशित हो चुकी है. पुलिस के अनुसार राघोपुर थाना क्षेत्र के राधनागर गांव स्थित ईट भट्ठा चिमनी के समीप बने अंडा फैक्ट्री में पत्रकार की लाश मिली है. पत्रकार महाशंकर अंडा फैक्ट्री के मालिक भी थे.
महाशंकर पाठक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप फैक्ट्री में कार्य रहे एक दंपत्ति पर लगा है. हत्या के बाद दंपत्ति मौके से फरार हो गये.फैक्ट्री में काम करनेवाले मजदूरों के अनुसार फैक्ट्री में परमानेंट स्टाफ के रुप में छपरा निवासी गुड्डू और उसकी पत्नी सविता रहती थी. शनिवार को अररिया जिले के नरपतगंज से अंडा व्यापारी अंडा लेने के लिए पंहुचा था. जब वह फैक्ट्री पर पंहुचा तो देखा कि कार्यालय में ताला लगा हुआ है. इसी दौरान में उसकी नजर कार्यालय के बाहर खून के निशान पर पड़ा. उसके बाद उन्होंने सीढी से चढ़कर कार्यालय के अंदर खिड़की से देखा तो फैक्ट्री के मालिक महाशंकर पाठक खून से लथपथ कार्यालय के जमीन पर पड़े थे.
इसकी सूचना उन्होंने आस पास के लोगों को दिया. उसके बाद लोगों ने वहां पहुंचकर कमरे में बाहर से लगे ताला को तोड़कर कार्यालय से उसे निकालकर राघोपुर रेफरल अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों ने जख्मी महाशंकर पाठक का नाजुक स्थिति देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया .लेकिन नेपाल के विराटनगर जाने के दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. उनके पूरे शरीर पर लाठी डंडा से प्रहार किया गया था. इस घटना के बाद से उनका स्टाफ फरार बताया जा रहा है.
छपरा निवासी गुड्डू और सविता करीब ढाई माह से उनकी फैक्ट्री में रहकर काम करते था. मजदूर एक एजेंट के माध्यम से उसके पास पंहुचा था. बताया जाता है कि इस बीच में कभी कभी उक्त मजदूर के द्वारा अंडा चोरी कर बेचने कि भी सूचना मिलती रहती थी जिस कारण महाशंकर उसे फटकार भी दिया करते थे लेकिन किसे पता था कि वह मजदूर इस कदर चंद रुपया के कारण हत्या भी कर सकता है. घटना के बाद दंपत्ति मौके से फरार हो गये है. जिसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है.