सदर थाने के सामने युवक की पीट-पीट कर हत्या, खाकी का खौफ और हनक हुई खत्म
सदर थाने के सामने युवक की पीट-पीट कर हत्या, खाकी का खौफ और हनक हुई खत्म
सिटी पोस्ट लाइव, एक्सक्लूसिव : सहरसा में अब पुलिस और कानून का नहीं चलता बल्कि यहाँ गुंडे और मवालियों का चलता है। यहाँ गुंडों की समानांतर सरकार है। सहरसा कोसी प्रमंडल का मुख्यालय है, जहाँ डीआईजी बैठते हैं। लेकिन पुलिस की कार्यशैली ने उसे बैकफुट पर ला दिया है। कल बीते शाम अरविंद पंडित जिसकी नेम प्लेट बनाने की दूकान थाना कैंपस से बाहर है, को उसके बगलगीर दुकानदार अजय भगत ने अपने पिता, छोटे भाई और माँ के साथ मिलकर पीट-पीट कर मार डाला। कल विश्वकर्मा पूजा के दौरान कचरा उठाने के विवाद में इस मौत की वारदात को अंजाम दिया गया। मृतक मृदुभाषी और शालीन प्रवृति के थे और आसपास के सारे दुकानदार उनकी बहुत ईज्जत करते थे। मृतक को दो बेटे और एक जवान होती बेटी है। मृतक की बेबा पत्नी नीलम कुमारी डीआईजी ऑफिस में कॉन्स्टेबल होते हुए लिपिक के पद पर कार्यरत है।मारपीट की घटना के बाद लोगों ने जख्मी अरविंद पंडित को नया बाजार स्थित आयुष-अर्णव नर्सिंग होम में भर्ती कराया लेकिन ईलाज शुरू होने से पहले ही अरविंद ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। डॉक्टर अजय कुमार सिंह ने कहा कि मृतक की बाईं गर्दन पर लोहे के रॉड के हमले से उनकी मौत हुई है। इस मामले में पुलिस मारपीट के समय कोई तेजी नहीं दिखा सकी लेकिन अरविंद की मौत के बाद चारों आरोपी को तुरन्त गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अजय भगत और उसके पिता उमेश भगत पहले से ही विवादित रहे हैं। अजय पर पहले से भी कई मुकदमें हैं। इस मामले में पुलिस अधिकारी का कहना है कि सारे अपराधी गिरफ्त में आ चुके हैं। इन चारों को पुलिस स्पीडी ट्रायल करवाकर सजा करवाएगी। अब आगे हिजड़ा पुलिस और लुल्हा-लंगड़ा कानून जो भी करे लेकिन अरविंद अब वापिस इस दुनिया में फिर से लौटकर नहीं आएंगे।
सहरसा से पीटीएन मीडिया न्यूज ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
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