नशा छुड़ाने के नाम पर युवाओं को नशे का इंजेक्शन लगाता था फर्जी डॉक्टर.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पटना में (Bihar State Capital) में फर्जी डॉक्टर द्वारा नशे का कारोबार किये जाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. इस खुलासे से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गई है.इस फर्जी डॉक्टर की गिरफ्तारी से ये खुलासा हुआ है कि किस तरह से सुनियोजित तरीके से नौजवानों को नशे की लत लगाईं जा रही है.राजधानी पटना (Patna) के युवा नशे के आदी होते जा रहे हैं.
रविवार को पटना पुलिस ने नेहरू नगर में छापेमारी कर नशे की सुई और दवाओं के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया. चंद रुपयों की लालच में नशे का यह सौदागर खुद को डॉक्टर (fake Doctor) बताकर नौजवानों को नशे की लत लगाने का कारोबार कर रहा था .उसके मकान में युवाओं को चोरी छिपे नशे की सुई दी जाती थी.यहाँ हर तरह के खतरनाक नशे का युवक सेवन करते थे.
पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर के निवासियों ने पुलिस से नशे के कारोबार चलाने वाले इस फर्जी डॉक्टर की शिकायत की थी. पुलिस ने इस सूचना के आधार पर जब नेहरू नगर एक मकान में छापा मारा और आरोपी को गिरफ्तार किया, तो उसने खुद को डॉक्टर बताया. पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम शैलेंद्र कुमार है. गिरफ्तारी से पहले वह खुद को डीएमएस डॉक्टर बता रहा था. पुलिस ने उसके मकान से भारी मात्रा में नशे की सुई के अलावा कई मादक पदार्थ और ऐसी दवाएं भी बरामद की.
पुलिस की छापेमारी में इस बात का भी पता चला है कि आरोपी शैलेंद्र के पास न तो डॉक्टर की डिग्री है और न ही दवा बेचने का लाइसेंस. पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले पटना में ही स्थित किसी नशा मुक्ति केंद्र में काम करता था. नौकरी के दौरान ज्यादा आमदनी नहीं हो पाती थी, इसलिए उसने नौजवानों को नशे में डुबोने का गोरखधंधा शुरू कर दिया. शैलेंद्र की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसके अन्य लोगों के साथ कनेक्शन होने की भी जांच कर रही है.
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