सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर में मोतियाबिंद ऑपरेशन में लापरवाही के बाद कई लोगों की आंखें चली गई. जिसके बाद अब कई खुलासे सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह अस्पताल बिना एग्रीमेंट के ही चल रहा था. इसी साल 31 मार्च को जिला स्वास्थ्य समिति से इसका एग्रीमेंट समाप्त हो चुका था। इसके बाद अबतक दोबारा एग्रीमेंट नहीं कराया गया.
एग्रीमेंट समाप्त होने की जानकारी सिविल सर्जन को भी नहीं दी गई थी। और बिना एग्रीमेंट के ही अस्पताल में ऑपेरशन किया जा रहा था. अस्पताल द्वारा आंख के ऑपरेशन को लेकर निर्धारित मानकों का भी पालन नहीं किया गया. निर्धारित मानकों की अनदेखी का नतीजा यह हुआ कि संक्रमण के कारण कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई और कई की आंखें निकालनी पड़ी.
शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित जांच टीम मुजफ्फरपुर से पटना लौट गई और अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को सौंप दी. विस्तृत जांच रिपोर्ट माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजे गए ऑपरेशन थिएटर से एकत्र किए गए सैंपल और उपकरणों से लिए गए सैंपल की रिपोर्ट मिलने के बाद सौंपी जाएगी.
रिपोर्ट में एक दिन में ही आंख के मोतियाबिंद के 65 ऑपरेशन किये जाने, ऑपरेशन के बाद मरीजों की आंखों मे जलन और पानी आने की समस्या, मवाद भर जाने और फिर 15 मरीजों की एक-एक आंख के निकाले जाने का भी उल्लेख किया गया है। मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराने वाले सभी मरीजों की सूची भी सौंपी गई है.
बता दें कि CS ने अब तक 16 लोगों की आंखें निकालने की पुष्टि की है। वहीं चार पीड़ितों को गंभीर होने पर भर्ती किया गया है. जबकि, 4 की आंख का ऑपरेशन गुरुवार को किया गया. वहीं आंख की रोशनी चले जाने की समस्या को लेकर 4 नए मरीज शुक्रवार को सदर अस्पताल पहुंचे.
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