“विशेष” : शराबी के पिस्टल की वह एक्सक्लूसिव गोली, जिसने नृत्यांगना को परलोक पहुंचाया
सिटी पोस्ट लाइव : बीते 20 फरवरी की रात में सहरसा के विराटपुर गाँव में एक शादी समारोह में आर्केस्टा का कार्यक्रम हो रहा था जिसमें जमकर नाच-गाने के साथ-साथ शराब का का भी गरमा-गरम दौर चल रहा था। यानि शराब और शबाब का कॉकटेल का शमां बंधा हुआ था। जब शराब ने अपना असर शुरू किया तो हजार राउंड से ज्यादा गोलियों की बरसात हुई। शादी को आकर्षक बनाने की गरज से आर्केस्टा के प्रोग्राम के साथ शराब का दौर चल रहा था। इसी बीच समारोह को और आकर्षक और यादगार बनाने के लिए गोलियों की बरसात शुरू हो गयी। कार्यक्रम के दौरान एक शराबी ने 500 के नोट के बंडल पर गोली चलाई। यह खूनी गोली नोट के बंडल को चीरते हुए आर्केस्टा में नृत्य करती हुई आकृति सिंह के भेजे में जाकर लगी। गोली लगते ही आकृति मंच पर गिर गयी ।देखते ही देखते शादी समारोह में हड़कम्प मंच गया।
गोलीबारी करने वाले बाराती और घराती सभी मौका ए वारदात से तुरन्त फरार हो गए। सभी के नशे का शुरुर झटके में फना हो गया। आर्केस्टा के ऑर्गेनाइजर दिलीप यादव ने आकृति सिंह को स्कार्पियो पर लादकर आनन- फानन में सहरसा के नया बाजार स्थित आयुष-अर्णव नर्सिंग होम में भर्ती कराया लेकिन नर्सिंग होम के डायरेक्टर डॉक्टर अजय कुमार सिंह, ठीक से ईलाज शुरू भी नहीं कर पाए थे कि आकृति ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इतनी बड़ी घटना से सहरसा जिले भर में खलबली मच गई। यह शादी समारोह पैसे और रसूखदार आशीष सिंह के यहाँ चल रहा था। आशीष सिंह की बहन की शादी थी। पुलिस ने मृतिका आकृति सिंह के मामा के बयान पर आशीष सिंह और उसके साथियों पर एफआईआर दर्ज कर आगे की कारवाई शुरू की है। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार कह रहे हैं कि आशीष कुमार और उनके साथियों को नामजद कर के उनकी गिरफ्तारी में पुलिस जुटी हुई है।
समारोह में कई चक्र गोलियाँ चलने और शराब की दरिया बहने की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने अभीतक इस मामले में तीन युवकों को हिरासत में लेकर जेल भी भेजा है। जेल भेजे गए ये तीनों वैसे नमूने हैं ।लेकिन पुलिस अपना कोरम पूरा करने में कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहती है। पुलिस अधिकारी की मंसा है कि लोग पुलिस को फ्रंट फुट पर खेलते हुए समझे। एसपी राकेश कुमार ने दबाब में एक ऐसी कारवाई की है,जो उनके बड़े पद की दबंगई का जिंदा इश्तेहार है। यह सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र का मामला है। एसपी राकेश कुमार ने सोनवर्षा राज एसएचओ सुमन कुमार को इस घटना की वजह से निलंबित कर दिया है। बड़ा हास्यास्पद है कि जिस एसएचओ सुमन कुमार को एसपी ने निलंबित किया है, वे इस खूनी शादी समारोह के दिन विभागीय आदेश से अवकाश पर थे और अपनी शाली की शादी में शामिल थे। एसपी की यह कारवाई,उनकी अदूरदर्शिता को जाहिर करने के लिए काफी है।
घटना बेहद दर्दनाक है। एक नांचती हुई महज अठारह साला लड़की के सर में गोली लगती है और उसकी ईहलीला खत्म हो जाती है।चूंकि इस मामले में हजार चक्र से ज्यादे गोलियाँ बरसी थीं, इसलिए पुलिस की तमाम कोशिशों के बाबजूद किसी भी आरोपी को अदालत से कोई सजा नहीं होगी। वैसे रसूखदार आशीष सिंह पुलिस अधिकारियों को पैसे से खरीदने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले हैं। आशीष सिंह पुलिस को शांत करने के लिए इस कदर पैसे लुटाएंगे,गोया दूसरी बहन की शादी कर रहे हों। सूत्रों से जो हमें जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक आर्केस्टा के कार्यक्रम के दौरान ग्रीन रूममें आकृति के पास एक रईश युवक 50 हजार रुपये लेकर आकृति सिंह के पास गया था और उससे हमबिस्तर होने की ख्वाहिश की थी।
लेकिन आकृति ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था ।बाद में उसी नोट के बंडल को छेदती गोली ने आकृति की जिंदगी छीन ली। अब वह रईश युवक कौन था, जिसने आकृति को गोली मारी, उसकी पहचान करना पुलिस की जिम्मेवारी है। सहरसा के लोग इस मामले में बड़ी कारवाई होती, देखना चाहते हैं। लेकिन आशंका यह जताई जा रही है कि पैसे और रसूख के दम पर पुलिस और आकृति के परिजनों को मैनेज कर लिया जाएगा और कोई भी बड़ी कारवाई नहीं हो सकेगी। हमारी नजर पुलिस और आरोपियों पर लगातार बनी हुई है। आगे हम कई चौकाने वाले राज का पर्दाफाश करेंगे। हम ऐसे-ऐसे सच को लिहाफ से निकालेंगे, जिसे देख और सुनकर सभी के पांव के नीचे की जमीन खिसक जाएगी।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की ‘”विशेष” रिपोर्ट
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