सिपाही विद्रोह पर डीजीपी का बयान-ट्रेनी सिपाहियों को किसी ने भड़काया
सिटी पोस्ट लाइव : राजधानी पटना में अपनी महिला साथी की मौत के बाद आक्रोशित पुलिसवालों ने किसी को नहीं बख्शा. सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, डीएसपी और सार्जेंट मेजर को भी दौड़ा दौड़ा कर पिटा. पुलिस लाइन के आसपास के हालात ऐसे बन गए थे कि मामला शांत होने के बाद भी एसएसपी मनु महाराज हेलमेट पहनकर पुलिस लाइन में घुसे. एसएसपी पुलिस लाइन में इस मामले की तहकीकात कर रहे हैं, दूसरी तरफ पुलिस मुख्यालय तमाम वरीय अधिकारियों की बैठक चल रही है.
बिहार के डीजीपी के.एस. दिवेदी ने कहा कि ट्रेनी पुलिसवालों को किसी ने भड़काया है जिसके बाद ऐसी घटना हुई है. ये पूरा मामला जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि ये ट्रेनी सिपाही हैं. इन्हें पुलिस के अनुशासन के बारे में जानकारी नहीं डीजीपी ने कहा कि इस पूरे मामले में मैंने अपने अधिकारियों को नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है. डीजीपी ने कहा कि महिला सिपाही की मौत किस कारण से हुई है ये जांच का विषय है .लेकिन इस घटना के बाद जिस तरह का आक्रोश ट्रेनी पुलिसवालों ने दिखाया है वो गलत है.
डीजीपी ने कहा कि पुलिस बनने वालों को पहले पुलिसिंग का सेंस समझने की जरूरत है क्योंकि कानून सबके लिए एक समान है. उन्होंने मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने की भी बात कही. इससे पहले ट्रेनी सिपाही की मौत से नाराज पुलिसवालों ने पुलिस लाइन में विद्रोह कर दिया और किसी को नहीं छोड़ा. पटना की सड़कों पर वर्दी वाले गुडों ने मीडिया कर्मियों को भी दौड़ा दौड़कर पीटा साथ ही अपना गुस्सा निकालने के लिए आम जनता को भी निशाना बनाया है.
साथी की मौत से गुस्साए पुलिसवालों ने सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी और डीएसपी और सार्जेंट समेत पुलिस के कई अधिकारियों को घेर का बुरी तरह पीटा. कई राउंड फायरिंग भी हुई है साथ ही मुहल्ले के लोगों के साथ भी पुलिसवालों ने मारपीट की. सिपाहियों द्वारा कानून को अपने हाथ में लिए जाने से दहशत और भय का माहौल कायम है. लोग पुलिसवालों की इस गुंडागर्दी को देखकर सकते में हैं. जो सिपाही अपने सीनियर अधिकारियों को भी नहीं बख्श रहे, उन्हें कौन संभालेगा.
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