सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में जहरीली शराब से मौत ने शराबबंदी कानून पर बड़ा सवाल खड़ा किया है. जिसे लेकर सीएम नीतीश भी काफी गुस्से में हैं. अधिकारियों को लगाये फटकार के बाद पुलिस लगातार काम में जुटी हुई है. अलग-अलग जिलों में छापेमारी कर धंधेबाजों को पकड़ने में लगी हुई है. पिछले 24 घंटे में राज्य के अलग- अलग जिलों में विशेष अभियान चलाकर देसी शराब की 19 भट्ठियों को ध्वस्त किया गया। जहरीली शराब से मौत वाले जिलों मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में सबसे अधिक कार्रवाई हुई है। इन चार जिलों में ही 19 हजार लीटर से अधिक देसी-विदेशी शराब बरामद की गई है।
पुलिस टीम ने 749 छापेमारी की, जिसमें 568 लोगों को गिरफ्तार किया गया । इस दौरान 15,246 लीटर विदेशी शराब, 3435 लीटर देसी शराब, 497 लीटर महुआ चुलाई शराब और 500 लीटर स्प्रिट बरामद किया गया है। पुलिस ने 347 मामले दर्ज किए हैं। बता दें सीएम ने कहा कि शराब कितनी खतरनाक चीज है, ये किसी से छिपी नहीं है. बावजूद इसके कुछ लोग इस धंधे में लगे हुए हैं और जहरीली शराब बेच रहे हैं. लोग भी इसे खरीद कर पी रहे हैं, जिससे उनकी जान चली जा रही है.
सीएम ने कहा कि हम बार-बार कहते हैं कि यह सब कीजिएगा तो नुकसान होगा, जो दो नंबर का धंधा करता है उस के माध्यम से लोग लेकर शराब का सेवन करते हैं, जिसका नतीजा यह होता है. नीतीश कुमार ने कहा 16 नवंबर को हमने एक मीटिंग बुलाई है, जिसमें हर जिले से हर चीज की जानकारी लेंगे और समीक्षा करेंगे. उन्होंने अधिकारियों से यह भी पूछा है कि जहां से अवैध शराब बिहार में प्रवेश कर रहा रहा वहीं पर क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है. आखिर किसकी लापरवाही से बिहार के अंदर शराब पहुंच रहा है, वैसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी.
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