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दिनदहाड़े चाकू से पिता और दो बेटों को चाकू से गोदकर किया जख्मी, पिता की हालत नाजुक

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दिनदहाड़े चाकू से पिता और दो बेटों को चाकू से गोदकर किया जख्मी, पिता की हालत नाजुक

सिटी पोस्ट लाइव : ना जाने सहरसा को किसकी नजर लग गयी है। एक सप्ताह के भीतर जहां जिला मुख्यालय में तीन लोगों की हत्या हुई है वहीं एक हत्या बीती रात जिले के बनमा ईटहरी क्षेत्र में हुई है। आज दिनदहाड़े सहरसा के अति व्यस्ततम इलाका कचहरी ढ़ाला पर आपसी विवाद में करीब आधा दर्जन की संख्यां में एक पक्ष के लोगों ने कैलू यादव और उनके दो बेटे रंजीत यादव और चुनचुन यादव को चाकू गोदकर गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया। कैलू यादव की स्थिति बेहद नाजुक है। डॉक्टर ने उनका बचना मुश्किल बताया है ।घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार कैलू यादव के रिश्तेदार विजेंदर यादव और उसके बेटे सूरज यादव ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर कैलू यादव और उनके दो बेटों पर हमला बोल दिया। चाकूबाजी से पहले जमकर लाठियाँ भांजी गयी। इसी बीच सूरज यादव ने चाकू से अंधाधुंध वार शुरू कर दिया जिसमें कैलू यादव गम्भीर रूप से जख्मी हो गए। सभी जख्मी सदर अस्पताल में भर्ती हैं,जहां कैलू यादव की जिंदगी भगवान के हाथों में है।

बताना जरूरी है कि इसी साल 18 जून को कोसी चौक पर सत्यम सिंह उर्फ मन्नू सिंह की हत्या हुई थी। उस हत्या की वरदात को अंजाम देने में विजेंदर यादव का बड़ा बेटा पंकज यादव शामिल था, जो अभी सहरसा जेल में बन्द है। विजेंदर का दूसरा बेटा सूरज यादव भी अपराधी है और कई बार जेल भी जा चुका है। यही नहीं विजेंदर यादव भी आपराधिक मामले में जेल की हवा खा चुका है। इस घटना में सबसे दुःखद पहलू यह रहा कि इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर घटना घट रही थी और और लोग तमाशा देख रहे थे। हद तो इस बात की सबसे ज्यादा है कि घटना घटने के क्रम में ही सदर थाना पुलिस को सूचना दी गयी लेकिन पुलिस घटना घटित होने के बाद जब सदर अस्पताल में ईलाज के लिए सभी जख्मी भर्ती कराए गए, तभीतक नहीं पहुंची। सहरसा पुलिस मनमौजी है और वह अपने स्टाईल में काम करती है। यहाँ की पुलिस पर सरकार और राज्य मुख्यालय के बड़े पुलिस अधिकारियों के निर्देश से कोई लेना-देना नहीं है।

पीटीएन न्यूज मीडिया के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट

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