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मॉब लिंचिंग को लेकर उडी केंद्र की नींद, बिहार समेत सभी राज्यों को दी चेतावनी

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मॉब लिंचिंग को लेकर उडी केंद्र की नींद, बिहार समेत सभी राज्यों को दी चेतावनी

सिटी पोस्ट लाइव : पुरे देश में जिस तरह से मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं, केंद्र सरकार की नींद उड़ गई है. बिहार समेत देश के अन्य हिस्सों में मॉब​ लिंचिंग की घटनाएं आये दिन हो रही हैं. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी केंद्र सरकार की आये दिन खिंचाई हो रही है. बिहार के कई जिलों में मॉब लिंचिंग की कई बड़ी वारदातें हो चुकी हैं. अब केंद्र सरकार ने बुधवार को बिहार समेत तमाम राज्यों को मॉब लिंचिंग को लेकर कड़ी चेतावनी दी है.

मॉब लिंचिंग पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने बुधवार को सभी राज्यों को चेतावनी दिया है. केंद्र सरकार ने कहा है कि यदि यह मामला नहीं रुका तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. केंद्र ने कहा कि मॉब लिंचिंग के बारे में आम जनता को बताया जाए. लोगों को जागरूक किया जाए. यदि किसी तरह की भीड़ हिंसा यानी मॉब लिंचिंग हुई तो कानून के तहत गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से दो दिन पहले दिये गये निर्देशों का हवाला दिया है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश भी दिया है कि केंद्र और राज्य सरकार रेडियो, टीवी और अन्य मीडिया के माध्यम से लोगों को इसकी जानकारी दें. गृह विभाग एवं राज्यों की पुलिस अपनी अधिकृत वेबसाइटों पर भी इसे अपलोड करें.

गौरतलब है कि कानून व्यवस्था की हालत पुरे देश में खराब है. लोगों का भरोसा शासन के ऊपर से उठ गया है. लोग अपराधियों को पुलिस और कानून के हवाले करने की बजाय कानून को खुद हाथ में लेने लगे हैं. लोग ऑन द   स्पॉट सजा सूनाने लगे हैं. चोरी या डकैती या फिर बलात्कार और छेड़खानी के आरोपियों को मौत की सजा देने लगे हैं. बिहार में पिछले एक महीने आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को भीड़ मौत के घाट उतार चुकी है. बेगूसराय में लोगों ने 3 हथियारबंद अपराधियों को पीट-पीटकर मार डाला था. ये सभी कथित तौर पर एक स्कूली छात्रा का अपहरण करने आए थे. इसके बाद एक और मामला सासाराम में सामने आया था, जहां भीड़ ने एक महिला की सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर हत्या कर दी थी कि उन्हें महिला पर डायन होने का शक था.फिर सासाराम में ही लूट करते पकडे गए अपराधियों को पीट पीट कर मार डाला.

10 सितंबर की सुबह सीतामढ़ी में कथित तौर पर एक चोरी की अफवाह ने युवक की जान ले ली थी. युवक की भीड़ द्वारा बुरी तरह पिटाई की गई थी, जिसके बाद उसे पीएमसीएच रेफर किया गया. लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. फिर अगले दिन मंगलवार को सासाराम में ही भीड़ ने एक रेलवे बुकिंग क्लर्क से रुपए लूटने की कोशिश कर रहे एक लुटेरे को पकड़, उसे पीट-पीट कर मार डाला.  नवादा में भी एक युवक को चोर बताकर लोगों ने हत्या कर दी. इतना ही नहीं, आज 26 सितंबर को औरंगाबाद के गोह में भीड़ पुलिस बैरक में भीड़ घुस गयी थी. लेकिन पुलिस स्थिति भांप गयी और लाठीचार्ज कर किसी तरह से भीड़ को काबू में किया .

बिहार सरकार मॉब लिंचिंग को लेकर गंभीर है. 13 सितंबर को नीतीश कैबिनेट ने इस पर अहम फैसला लिया था. इसके तहत अब मॉब लिंचिंग मामलों की सुनवाई स्पीडी ट्रायल के माध्यम से होगी. ऐसे मामलों की सुनवाई 6 माह में ही पूरी कर ली जाएगी. इतना ही नहीं, इस स्कीम के तहत मामला सामने आते ही पीड़ित को महीने भर के अंदर एक लाख रुपए मुआवजे में दिये जाएंगे. उसके बाद फिर दो लाख रुपए की राशि दी जाएगी.लेकिन फिर भी मॉब लिंचिंग पर लगाम नहीं लग पा रहा.

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