CBI प्रमुख आलोक वर्मा पद से हटाए गए, PM की अगुवाई वाली चयन समिति ने लिया फैसला
सिटी पोस्ट लाइव : सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को उनके पद से हटा दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर हुई चयन समिति की बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया. पीएम के साथ सेलेक्ट कमिटी की चली घंटो बैठक के बाद सीवीसी की जांच रिपोर्ट में आलोक वर्मा पर लगाए गए गए गंभीर आरोपों के आलोक में यह फैसला लिया गया है.सूत्रों के अनुसार चयन समिति के एक सदस्य खडगे आलोक वर्मा के खिलाफ कारवाई के पक्ष में नहीं थे. लेकिन दुसरे सदस्य जस्टिस और पीएम उन्हें इस पद पर बनाए रखने के पक्ष में नहीं थे. यानी तीन सदस्यीय समेटी के दो सदस्यों की राय के आधार पर आलोक वर्मा को सीबीआई चीफ के पद से हटाने का फैसला लिया गया.
आलोक वर्मा को फायर सर्विसेज का डीजी बनाया गया है. आलोक वर्मा की जगह अंतरिम निदेशक रहे एम नागेश्वर राव को दोबारा अंतरिम निदेशक बनाया गया है. मालूम हो कि बीते मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई निदेशक आलोक कुमार वर्मा को उनके अधिकारों से वंचित कर छुट्टी पर भेजने के केंद्र सरकार के फैसले को ख़ारिज कर दिया था. हालांकि दफ्तर जॉइन करने के साथ ही आलोक वर्मा ने अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव द्वारा किए गए अधिकारियों के तबादले रद्द कर दिए थे.सेलेक्शन कमेटी ने 2-1 से आलोक वर्मा को उन्हें पद से हटाने का फैसला किया. PM नरेंद्र मोदी के घर हुई चयन समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया.
गौरतलब है कि 8 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा को बड़ी राहत देते हुए उन्हें दुबारा अपने पद पर बिठा दिया था.कोर्ट ने कहा था कि आलोक कुमार वर्मा को पद से नहीं हटाया जाना चाहिए था. कोर्ट ने कहा कि नियुक्ति, पद से हटाने और ट्रांसफर को लेकर साफ नियम हैं. ऐसे में कार्यकाल खत्म होने से पहले आलोक वर्मा को पद से नहीं हटाना चाहिए था. मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई मंगलवार को छुट्टी पर थे. इस वजह से सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा की याचिका पर जस्टिस संजय किशन कौल फैसला सुनाया.लेकिन दो दिन के अन्दर सेलेक्ट कमिटी ने आलोक वर्मा को पद से हटा दिया.
Comments are closed.