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लॉटरी के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला जीजा-साला गिरफ्तार, हरियाणा ले गई पुलिस

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सिटी पोस्ट लाइव : नालंदा ज़िला साइबर ठगों का अड्डा बनता जा रहा है, तभी तो दूसरे राज्यों की पुलिस यहां अक्सर साइबर ठगी के शिकार लोगों की शिकायत पर वैज्ञानिक अनुसंधान के ज़रिए नालंदा ज़िला पहुंचती है. और उसे स्थानीय थाना के सहयोग से गिरफ्तार कर अपने साथ ले जाती है. ताज़ा मामला हरियाणा से जुड़ा है. जहां पुलिस ने लॉटरी के नाम पर करीब 12 लाख की ठगी किए जाने के मामले में नालंदा थानाध्यक्ष के सहयोग से कपसिया गांव से भोला चौधरी को गिरफ्तार किया और इसके निशानदेही पर मंडाक्ष गांव निवासी इसके साला विक्रम को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड पर हरियाणा ले गई है.

गुरुग्राम साइवर सेल के अधिकारी ने बताया कि बिहार के ही जहानाबाद के निवासी पवन कुमार पांडेय जो वर्तमान में इंद्रा कॉलनी बहालगंज जिला सोनीपत में रह रहा है. इसके मोबाइल पर फोन कर लॉटरी फसने के नाम पर 21 मार्च को करीब 12 लाख रुपए की ठगी कर लिया गया था. इस मामले में पीड़ित द्वारा साइवर सेल में मामला दर्ज कराया. अनुसंधान के बाद पता लगा की इसका 9 लाख 79 हजार 800 रुपए दिल्ली के गोबिंदपुर निवासी राजीव कुमार पिता ताला राम के खाते में ट्रांसफर कराया गया था. इस मामले में राजीव कुमार को साइवर सेल की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद राजीव को साइवर सेल ने 10 दिनों का कोर्ट से रिमांड पर लिया और पूछताछ किया तो इसका सरगना नालंदा का निकला.

जिस मोबाइल नंबर से फोन कर ठगी किया गया था वो नंबर मुन्ना चौधरी ग्राम कपसिया थाना नालंदा के नाम से रजिस्टर्ड था, हरियाणा साइवर सेल की टीम ने रिमांड पर लिए गए राजीव के साथ नालंदा पहुंची और नालंदा थानाध्यक्ष शशि रंजन के सहयोग से मुन्ना चौधरी को कपसिया गांव से हिरासत में ले लिया. लेकिन मुन्ना चौधरी के पास से ना तो सिम बरामद हुआ और ना ही मोबाइल फोन, पूछताछ के दौरान उसने बताया की 2 साल पूर्व ही वह सिम अपने साला विक्रम को दे दिया था.

पुलिस ने बिना समय गवाए बिक्रम को मंडाक्ष गांव से गिरफ्तार कर लिया और बिक्रम ने कबूल किया की वो सिम भाड़ा पर लगा दिया है. उस सिम के माध्यम से जो भी ठगी होता है उसका 10 प्रतिशत मिलता है और इस कांड में भी उसे पैसा मिल चुका है. बिक्रम की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही इसके आका और टीम के सदस्य अंडरग्राउंड हो गया. जिसके कारण वे लोग हरियाणा पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका है. फिलहाल पुलिस मुन्ना चौधरी और उसका साला बिक्रम को अपने साथ हरियाणा ले गई है.

नालंदा से मो. महमूद आलम की रिपोर्ट 

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