City Post Live
NEWS 24x7

विधवा बहू के साथ देवर और ससुर ने करना चाहा गलत काम, विरोध करने पर मारपीट कर घर से बाहर फेंका

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव: शेखपूरा जिले से रिश्ते को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यह मामला जिले के बरबीघा प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत नासिबचक मुहल्ले का है. इस मामले के बारे में बताया जा रहा है कि, बिहारशरीफ निवासी दामोदर प्रसाद की पुत्री प्रतिमा की शादी 2008 में पूरे हिन्दू रीति-रिवाज के साथ बिहारशरीफ से बरबीघा के नसीबचक मुहल्ले में उसके पिता ने कराई थी. शादी के बाद काफी समय सबकुछ ठीक चल रहा था. लेकिन, अचानक कुछ समय पहले प्रतिमा के पति की मृत्यु 2019 में हार्ट अटैक से हो गयी. तबसे महिला के ससुर सुरेश साव और देवर आशीष गुप्ता के द्वारा विधवा प्रतिमा पर बुरी नियत रखा जाने लगा.

विरोध करने पर कई बार महिला को बुरी तरह से पीटा गया. इतना ही नहीं उसके सारे जेवर और गहने रुपये छीन लिए गए और प्रताड़ना का सिलसिला शुरू हो गया. ऐसे में पति की मृत्यु के बाद एक पत्नी की दुर्दशा समझने योग्य है. पीड़िता ने कहा है कि देवर आशीष कुमार अय्यास मिजाज का है और मेरे कमरे में घुस कर मेरे साथ कई बार छेड़-छाड़ की घटना को अंजाम भी दे चुका है. उसी क्रम में देवर आशीष कुमार, भाभी प्रतिमा देवी जो तीन बच्चों की मां है उसे अकेला पाकर उसके कमरे में जाकर उससे बुरी नियत से छेड़छाड़ करने लगा.

जिसका प्रतिमा ने विरोध किया तब प्रतिमा को बुरी तरह से देवर आशीष पीटते पीटा और बाल पकड़कर घसीटते हुए सीढ़ियों से उसे नीचे लाया. जब पीड़ित महिला शोर गुल करने लगी तब सास, ससुर, ननद और देवर के द्वारा बुरी तरह से महिला को पीटा जाने लगा. इसके बाद जब पीड़िता प्रतिमा बुरी तरह घायल हो गयी तब बेहोशी की हालत में उसे घर से बाहर निकाल कर फेंक दिया. जब पड़ोस के लोगों ने इसकी सूचना पीड़िता प्रतिमा के मायके वालों को दिया तब मायके से उसके पिता दामोदर प्रसाद और उनके परिवार पहुंचे. तब जाकर महिला को बरबीघा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डोक्टरों के अनुसार महिला की हालत अब बेहतर है.

इस दौरान पीड़िता के पिता ने कहा है कि पूर्व में भी हमारी बेटी को दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जाता रहा था और अब भी उससे दहेज की मांग किये जाने की बात कही है. जबकि महिला ने ससुर और देवर पर ही गलत नियत डालने का आरोप लगाया है. गौरतलब हो कि, केंद्र सरकार जहां एक ओर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और दहेज के खिलाफ खुली मुहिम चला रखी है. वहीं, दूसरी तरफ दहेज की बली आज भी महिलाएं चढ़ रही है. जरूरत है कि जिला प्रशासन ऐसे मामले में सख्ती दिखाए और महिला को इंसाफ दिलाया जाय. बताते चले कि, पीड़ित महिला प्रतिमा तीन बच्चों की मां है और उसका पति भी अब उसे छोड़कर दुनिया से चला गया है. ऐसे में महिला अपने बच्चों का भरण पोषण कैसे करेगी बड़ा सवाल है जबकि उसके सुसराल वाले ही उसे बुरी नियत से देखते हैं और बुरी तरह से प्रताड़ित करते हैं.

शेखपुरा से धीरज सिन्हा की रिपोर्ट  

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.