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28 फ़रवरी को UPSC की बैठक, 1 फ़रवरी तह बिहार को मिल जाएगा नया डीजीपी

बिहार के वर्तमान DGP केएस द्विवेदी को 31 जनवरी को हो रहे हैं सेवा-निवृत, कौन बनेगा डीजीपी?

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28 फ़रवरी को UPSC की बैठक, 1 फ़रवरी तह बिहार को मिल जाएगा नया डीजीपी

 

सिटी पोस्ट लाइव :: बिहार को 1 फ़रवरी से नया डीजीपी मिल जाएगा. वर्तमान  डीजीपी केएस द्विवेदी 31 जनवरी को सेवानिवृत हो रहे हैं. नए डीजीपी के चयन के लिए पांच आईपीएस अधिकारियों के नाम की सूची यूपीएससी को भेंज दिया गया है. सोमवार को UPSC की बैठक में ईन पांच नामों में से तीन नाम का चयन कर UPSC बिहार सरकार को भेजेगी .इस सूची से ही किसी एक को डीजीपी बनाया जाना है. सुप्रीम कोर्ट के अनिर्देश के अनुसार डीजीपी उसी अधिकारी को बनाया जाना है जिसकी सेवा अवधि कम से कम दो साल की हो. दो साल तक डीजीपी को सरकार वगैर किसी गंभीर आरोप के नहीं हटा सकती.

गौरतलब है कि बिहार के डीजीपी की नियुक्ति को लेकर कई तरह की अफवाह बाज़ार में थी. अफवाह यहाँ तक थी कि यूपीएससी की लिस्ट आ गई है जबकि सच्चाई ये है कि अभीतक UPSC की बैठक ही नहीं हुई है. 28 जनवरी को यह बैठक होगी जिसमे बिहार के डीजीपी केएस द्विवेदी और मुख्य सचिव दीपक कुमार भी शामिल होगें. तीन अधिकारियों के नाम के चयन में बिहार के डीजीपी और मुख्य सचिव की भी अहम् भूमिका होगी. इनके साथ विचार विमर्श कर UPSC वैसे तीन नामों पर अपना मुहर लगाएगा जिनकी सेवा अवधि कम से कम दो साल की बची होगी.

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने 16 जनवरी को ही देश के सभी मुख्य सचिवों को एक पत्र लिखकर यह दिशा निर्देश भेंज चूका है कि कोई भी ऐसा अधिकारी, जिन्हें सेवा विस्तार मिला हो या फिर से बहाल किये गए हों, वे चुनाव कार्य में नहीं लगाए जायेंगे. जाहिर है बिहार को 1 फ़रवरी तक नया डीजीपी मिल जाएगा. ऐसे में यह बात तो संभव नहीं है कि DGP या चीफ सेक्रेटरी को चुनाव कार्यों से अलग रखा जा सकेगा. इस सूरत में अब इस बात की संभावना बढ़ गई है कि बिहार को नया DGP मिलेगा.

राज्य सरकार की तरफ से UPSC को भेजी गई सूची में शीलवर्धन सिंह, एके वर्मा और दिनेश सिंह,सुनील कुमार बिष्ट और गुप्तेश्वर पाण्डेय के नाम शामिल हैं. अब UPSC बिहार के वर्तमान डीजीपी और मुख्य सचिव के साथ विचार विमर्श कर ईन पांच नामों में से ऐसे तीन नामों की सूची बनाएगा जिनकी सेवा अवधि दो साल या उससे ज्यादा बची हो. इन्हें लगातार पुलिस प्रशासन का अनुभव हो.

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