सिटी पोस्ट लाइव (दिवेदी सुरेन्द्र) : बिहार बोर्ड का एक और बड़ा कारनामा सामने आया है. टॉपर घोटाले के बाद अब बिहार बोर्ड ने “अंक घोटाला “ कर दिया है. जी हाँ, मार्क्स(अंक) घोटाला कर दिया है. 32 अंक की जगह एक छात्र को 2 अंक देकर उसके भविष्य को दावं पर लगा दिया है.इसबार पटना हाईकोर्ट ने बिहार बोर्ड का यह गड़बड़झाला पकड़ा है. जिस परीक्षार्थी को मिलने थे 32 अंक, उसे महज 2 अंक दिये गये. असंतुष्ट परीक्षार्थी सौरभ की रिट याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) का यह अंक घोटाला सामने आया है. पटना हाई कोर्ट ने बिहार बोर्ड पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.गौरतलब है कि इसके पहले प्रियंका सिंह के मामले में भी हाईकोर्ट बिहार बोर्ड की इसी तरह के अंक घोटाले के कारण 5 लाख रुपये का जुर्माना पहले भी लगा चूका है.
सौरभ कुमार ने 2017 में बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा दी थी. उसे अंग्रेजी में महज 2 अंक आये थे. सौरभ ने स्क्रूटनी के लिए आवेदन किया लेकिन इससे उसे कोई फायदा नहीं हुआ. जब वह बोर्ड के अधिकारियों का चक्कर लगा लगाकर थक गया तो उसने पटना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. जांच में खुलासा हुआ कि सौरभ को 2 नहीं, बल्कि अंग्रेजी में 32 अंक मिले हैं. पटना हाई कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गुरुवार को अंतिम सुनवाई में 2017 में मैट्रिक की परीक्षा में शामिल छात्र सौरभ कुमार के रिजल्ट में बिलंब को लेकर कड़ी फटकार लगाईं .पटना हाई कोर्ट के जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पर एक लाख का जुर्माना लगाते हुए इस जुर्माने की राशि को सौरभ को क्षतिपूर्ति के रूप में देने का निर्देश दिया. कोर्ट ने कहा कि बोर्ड की लापरवाही से सौरभ का एक साल बर्बाद हो गया है.
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