सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के बेगूसराय जिले से एक खबर सामने आ रही है जहां, संपत्ति के लोभ में एक जीजा ने अपने ही साले को जान मारने की नीयत से गंडक नदी में फेंक दिया. गनीमत रही कि स्थानीय लोगों की मदद से एवं पीड़ित युवक के द्वारा थोड़ी बहुत तैराकी की जानकारी होने की वजह से उसकी जान बच गई. यह घटना नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के परना घाट की है. दरअसल, दिल्ली के रहने वाले संतोष कुमार पिछले एक सप्ताह से नावकोठी निवासी अपने जीजा कुणाल कुमार के यहां रह रहे थे.
संतोष कुमार का आरोप है कि पिछली रात उनके जीजा भोज खाने के की बात कह कर उन्हें अपने साथ लाए और जब नावकोठी थाना क्षेत्र के छतौना गंडक पुल पर पहुंचे तो उन्होंने अपने साले से कहा कि देखिए पानी बढ़ने के बाद नजारा कितना सुहाना लगता है. अपने जीजा की बात सुनकर संतोष कुमार ने जैसे ही पुल से नीचे देखना आरंभ किया वैसे ही कुणाल कुमार ने अपने साले संतोष कुमार का पैर नीचे से उठा दिया और उसे पानी में धक्का दे दिया. रात का समय होने की वजह से किसी को भनक भी नहीं लगी.
लेकिन, संतोष कुमार के द्वारा थोड़ी बहुत तैराकी जानने की वजह से उन्होंने अपना हाथ पैर चलाना आरंभ किया और नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के परणा घाट के समीप जाकर उनकी आवाज सुनकर लोगों ने संतोष कुमार को पानी से बाहर निकाला और प्राथमिक चिकित्सा के बाद अपने पास ही रखाऔर थाने को सूचना दी. लेकिन, लोगों का आरोप है कि सूचना मिलने के बाद तकरीबन 11 घंटे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जब पुलिस आने के बाद कुछ युवक मोबाइल से वीडियो बना रहे थे तो पुलिस के द्वारा उल्टे ग्रामीणों के साथ ही मारपीट की जाने लगी. लेकिन, जब लोग आक्रोशित हुए तो पुलिस पीड़ित संतोष कुमार को लेकर थाने चले आई. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की छानबीन सहित आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
बेगूसराय से जीवेश तरुण की रिपोर्ट
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